मोदी सरकार की एतिहशिक जीत शायद ही किसी के ज़हन से निकली हो जब 2 वर्ष पूर्व भाजपा ने बहुमत की सरकार बनाकर अच्छे दिन लाने की नीव रखी थी, लेकिन आज भाजपा के 2 साल पुरे होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठता है की, क्या अच्छे दिन आ गए !
मोदी सरकार आने के बाद कही बदलाव आये, अंतरष्ट्रीय स्तर पर भारत आपनी एक नयी व शक्तिशाली छवि बनाने में कामयाब हुआ तो सरकार की जन धन आदि योजनाओ से भारत को आंतरिक बल देने की कोशिश की गयी, लेकिन मोदी सरकार के 2 साल पुरे होने के बाद भी ऐसे कई वादे है जो सरकार पुरे करने में पूरी तरह नाकाम रही है, फिर चाहे बात हो काला धन वापस लाने की या बात हो महंगाई कम करने की |
जहा इन दो सालो में भारत ने कुछ नए कीर्तिमान हासिल किये तो आज भी भारत में गरीबी एक बड़ा मुद्दा है, नरेन्द्र मोदी की 2 साल की जी जान से भारत को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर सशक्त पहचान दिलाने की कोशिश रंग ला रही है तो भारत वासियों को आज भी देश को धरातल स्तर के विकाश का इंतज़ार है |
मोदी सरकार से देश को चमत्कार की उम्मीद है और यह उम्मीद खुद मोदी सरकार ने देश वासियों को दी है, और मोदी सरकर ने 2 सालो में कई कीर्तिमान हासिल किये है जो की पहले किसी सरकार ने नहीं किये लेकिन हर सफल कार्य के साथ देश की उम्मीद और बढ़ जाती है, मानो मोदी सरकार नहीं सचिन तेंदुलकर हो जो हर मैच में सेंचुरी लगायेंगे | जब हम कहते है देश का गरीब आज भी गरीब है तो सरकार की सफलता का मीटर फिर निचे गिर जाता है |
और मोदी सरकार के दो साल पुरे होने के बाद आज सबसे बड़ा सवाल यही है क्या अच्छे दिन आ गए और नहीं तो क्या अच्छे दिन आएंगे ?