माउंट आबू | आज भाजपा कार्यकाल के माउंट आबू में तीन वर्ष पुरे होने पर राजस्थान के एक मात्र पयर्टन स्थल पर सरकार हार्डिंग लगा कर अपनी ख़ुशी जग जाहिर कर रही है लेकिन बड़े अफसोश की बात है जहा एक झटके में सरकार 15 लाख का रावण फुक सकती है वही सरकार टूटी पड़ी सड़को को दुरुस्त करने में बहाने बनाने से पीछे नहीं हटती |
माउंट आबू आज भी इन मुद्दों पर संघर्ष कर रहा है:-
– माउंट आबू के प्रचार प्रसार के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए |
– पर्यटकों की सुरक्षा व सहयता के लिए अभी तक कोई 24×7 व्यवस्था उपलब्ध नहीं |
– महीनो से बुरी तरह क्षतिग्रस्त सड़क आज भी दुरुस्त होने से वंचित |
– तलहटी से माउंट आबू में हादसे होना आम बात सी हो गई लेकिन सरकार उसकी सुरक्षा के लिए कोई रणनीति नहीं बनती नज़र आ रही|
यह तो सेकड़ो में से कुछ ही मुद्दे है, बात करे भाजपा के द्वारा प्रस्तुत चुनाव के पहले के संकल्प पत्र में किये गए 20 व्यादो को तो वह भी सिर्फ व्यादे बनते ही नज़र आ रहा है |
उम्मीद है अगले दो वर्ष में आबू की यह भाजपा सरकार अपना हर व्यादा पूरा कर जनता की आशाओ पर खरा उतरेगी व आगामी चुनाव में मोदी लहर नहीं बालकी अपने विकास कार्यो के बलबूते अपनी जीत की दावेदारी पेश करेगी | माउंट आबू जो की प्राकर्तिक सौंदर्य का एक मनमोहक स्थल है उसे जरूरत है एक एसे नेता की जो सही मायनों में आबू के विकास की और हमेशा अग्रसर रहे जो दलीले न दे बल्कि नए रास्ते खोज माउंट आबू के विकास से समझोता न होने दे |