माउन्ट आबू, वायु सेना अधिकारी नत्था सिंह ने कहा है कि कर्तव्यों के प्रति एनसीसी केटेडस हमेशा जागरूक रहे है वहीं अब देश में हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान में केडेटो की अहम भूमिका देखी जा सकती है किसी भी देश का विकास शिक्षा से ही संभव है। चाहे वह सेना के प्रति अपने कर्तव्यो को सिखाना है या देश की सवच्छता के प्रति जागरूकता है। वे आज माउन्ट आबू के सेन्ट जोसफ सेकेण्डी स्कूल में चार राज कोय एनसीसी केटेडो के उपस्थिति में चल रहा 68वें एनसीसी डे समारोह के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होने कहा कि समाजिक विकास की राह में सबसे बडा अवरोध निरक्षरता है जिसमें आज जो एनसीसी जैसी संस्था हर क्षेत्र कीे प्रेरक है उसमें केटेड देश को स्वस्छ व सुन्दर बनाकर कमियो को दूर करने में अहम भूमिका निभा रहे है। उन्होने केडेटो को एनसीसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इस अवसर पर पार्षद मुकेश अग्रवाल ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री जी द्वारा स्वच्छता अभियान में आने वाले समय के लिये यह एनसीसी केटेड प्रेरक बनेंगे और देश में सवच्छता का संदेश देंगे। विद्यालय के प्रंबधक खुर्शिद कान्ट्रेक्टर ने कहा कि हमारे विद्यालय के एनसीसी केटेड हर क्षेत्र में अग्रणीय है। देश विकास पथ पर इन्ही केडेटो के कन्धों पर आगे बढ सकता है।
व्यक्ति समाज और देश के विकास में एनसीसी को विकास की सीडी के साथ हमारे देश की रक्षा सुरक्षा व परिवर्तन का माध्यम और आशा के अग्रदूत के रूप में रेखांिकत किया गया है। फोर राज कोय एनसीसी जेडी सिरोही से आए क्वाटर मास्टर राजेन्द्र सिंह ने कहा कि बुनियादी शिक्षा प्रत्येक छात्र का जन्म सिद्व अधिकार है। ऐसे ही एनसीसी शिक्षा भी हमारे देश के लिये सबसे बडी आवश्यकता है।
एनसीसी के अधिकारी चन्द्रवीर सिंह ने कहा कि एनसीसी शिक्षा से जहां एक अच्छा नागरिक बना जा सकता है वही देश की सेवा में एनसीसी सेनाओ के अधिकारियो की जनन्मदाता है जो देश की भावी सेना निर्माण करने में एनडीए के द्वारा अहम भूमिका निभाती है। देश को पूर्ण परिवर्तित करने की अनैक योजनाए है उन योजना के सर्वाधिक महत्वकांशी एवं प्रभावशाली योजना एनसीसी केटेडो को तैयार करना है जो इस विद्यालय में लगातार जारी है। इस अवसर पर आर्य समाज पार्किंग पर सफाई अभियान चलाकर बिखरे कचरे को केडेटो ने कचरे पात्र में डाला व दुकान व चाय वालों को प्रेरित किया कि भविष्य में कचारा कचरा पात्र में ही डाले।