हनुमान buy tramadol no covid usa जी की महिमा अपरंपार है। हनुमान जी को कलियुग के देवता के रुप में जाना जाता है। राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन माउंटआबू के बारे में पुराणों में ऐसा वर्णन है कि उसकी रक्षा हनुमान जी करते है। रामनवमी के बाद यहां हनुमान जयंती बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। हनुमान जयंती के मौके पर उनके विविध रूप के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। हनुमान जयंती की तैयारियां यहां जोर शोर से शुरू हो चुकी है। इस बार हनुमान जयंती 22 अप्रैल को मनाई जाएगी। राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन माउंटआबू के बारे में पुराणों में ऐसा वर्णन है कि उसकी रक्षा हनुमान जी करते है। ऐसा माना जाता है कि भगवान हनुमान माउंटआबू की चारों दिशाओं में स्थित है और उसकी रक्षा करते है।
माउंटआबू में नक्की लेक के दक्षिण तट पर हनुमान मंदिर में हनुमान जयंती महोत्सव प्रारंभ हो गया है। इस मौके पर यहां हुनुमान जी के दर्शन के लिए काफी श्रद्धालु आते है। यहां रोजाना सुंदर कांड का पाठ, रामायण का पाठ आदि हो रहा है। भक्त गणों को यहां हनुमान चालीसा, सुंदर कांड और बजरंग बाण के पाठ को श्रद्धापूर्वक पढ़ने के बाद अद्भुत अनूभूति होती है।
ऐसी मान्यता है कि भगावन राम ने हनुमान जी को यहां वर दिया था कि तुम यहां हमेशा पूजे जाओगे। तभी से यहां भगवान राम और हनुमान दोनों की पूजा होती है । ऐसा माना जाता है कि भगवान हनुमान माउंटआबू की चारों दिशाओं में स्थित है और उसकी रक्षा करते है। हनुमान जयंती का महोत्सव यहां धूमधाम से मनाया जाता है जिसमें शिरकत करने के लिए देश और दुनिया के कई हिस्सों से श्रद्धालु आते है। सदियों से यहां के लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि हनुमान यहां के कण कण में विराजमान हैं। हनुमान जी की पूजा माउंटआबू के रक्षक देव के रुप में सदियों से की जा रही है और तभी हनुमान जयंती महोत्सव यहां 10 दिनों तक बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान देश-विदेश से हनुमान जी के रूप को दर्शन के लिए काफी श्रद्धालुओँ का जमावड़ा लगता है। हिंदू धर्म में भगवान हनुमान जी की महिमा अपरंपार है। हनुमान जी को कलियुग के देवता के रुप में जाना जाता है।
दिनांक: 22/04/2016
प्रात: 09:00 बजे से रामयज्ञ का शुभारम्भ
प्रात: 11:00 बजे से रामयज्ञ की पूर्णाहुति
दिन 12:30 बजे से लड्डू भोग, ध्वजारोहण, हनुमानजी की महाआरती एवं साधू-ब्राह्मणों को भोजन|