कल षाम 5.00 बजे विचार प्रस्तुतिकरण प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत कर गीता के मर्म को श्रोताओं के सम्मुख प्रस्तुत किया। श्री रामप्रकाश जी, भावना बहिन त्रिवेदी व विश्णुदत्त जी ने निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया।
अंतिम चरण में रात्रि 8.00 बजे महाभारत प्रष्न मंच प्रतियोगिता आयोजित हुर्इ थी. जिसमें नर्इ तकनीकों का प्रयोग करते हुए कम्प्यूटर दवारा पर्दे पर प्रष्न पूछे गए थे। विदयालय के प्राचार्य श्री पी.सी. सुथार ने अपनी ओजस्वी वाणी दवारा कार्येक्रम को प्रभावषाली बना दिया।
सर्वप्रथम कक्षानुसार समूहगान प्रतियोगिता विधालय स्तर पर आयोजित की गर्इ जिसमें छात्रों ने विधाभारती के विभिन्न गीतों को सुनाकर वातावरण को संगीतमय बना दिया। श्रीमती स्वर्णा पालीवाल, चूनाराम, दिनेश योगी ने निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया।
ततपष्चात अतिथियों ने मा षारदे के समक्ष दीप प्रज्वलन कर वंदना प्रस्तुत की गर्इ।
इसके बाद विधालय के प्राचार्य श्री पी.सी. सुथार ने अतिथियों का स्वागत व परिचय कराते हुए बताया कि कुरूक्षेत्र में श्रीकृष्ण मुख से उच्चारित गीता केवल पवित्र पुस्तक ही नहीं अपितु यह सम्पूर्ण विष्व का धर्म ग्रन्थ है। गीता का अध्ययन-अध्यापन हमारी राष्ट्रीय षिक्षा प्रणाली का अंग बनना चाहिए। गीता में ही विष्व के सभी समस्याओं का समाधान निहित है।
उन्होेंने विधार्थियों से वर्तमान कुरीतियों, जातिवाद, भ्रष्टाचार एवं अधर्म से दूर रहकर गीता के सन्देषों को अपने जीवन में उतारने का आàावान किया।
ये रहे विजेता-
गीता ष्लोक-
प्रथम- दीप सिंह (शंकर विधापीठ, आबूपर्वत)
द्वितीय- बहिन महिमा शर्मा (नवीन आ.वि.म. पिण्डवाड़ा)
तृतीय- बहिन चन्दा माली ( आ.वि.म. बालिका सिरोही)
विचार प्रस्तुतीकरण
प्रथम- भैया राजदीप कविराज (शंकर विधापीठ, आबूपर्वत)
द्वितीय- भैया तनसुख गर्ग ( आ.वि.म. रामसर बाड़मेर)
तृतीय- भैया अंकित सिंह ( आ.वि.म. भीनमाल जालौर)
प्रष्नमंच प्रतियोगिता
प्रथम- अमन आनंद व सचिन सौरभ (शंकर विधापीठ, आबूपर्वत)
द्वितीय-बेनी प्रसाद व स्वरूप सिंह ( आ.वि.म. जैसलमेर)
तृतीय- भरत कुमार व घनष्याम (नवीन आ.वि.म. पिण्डवाड़ा)
प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वालों को 3100,2100,व 1100 रूपए एवं सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिहन एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन संयोजक वीरेन्द्र शर्मा ने किया।
निबंध प्रतियोगिता
प्रथम – हितश्रिता कष्यप (सोफिया स्कूल, आबूपर्वत)
द्वितीय – अनिमेष आनंद (शंकर विधापीठ, आबूपर्वत)
तृतीय – भवानी सेन (शंकर विधापीठ, आबूपर्वत)
इस अवसर पर भैया नमन ने जाने क्या जादूभरा हुआ भगवान तुम्हारी गीता में भजन की षानदार प्रस्तुति देकर वातावरण को भकित रस से सरोबार कर दिया।
प्रतियोगिताओं की व्यवस्था का दायित्व जगदीश टांक ने निभाया। मंच संचालन सहसंयोजक वीरेन्द्र शर्मा ने किया। साथ ही जयप्रकाश शर्मा, बाबूसिंह परमार, परेश कष्यप सहित आबूपर्वत के गणमान्य नागरिक तथा बाहर से आने वाले आचार्यों व छात्र भी उपसिथत थे, विधालय के प्राचार्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का समापन शातिपाठ ने हुआ।