माउंट आबू| प्रदेशभर में नन्हें से बालको को उनके वास्तविक जीवन जीने के लिए समुचित माहौल सुलभ होगा । अब बचपन को उसकी नैसर्गिक रूप में उसके असल मुकाम के लिए एक ससख्त माध्य्म मिल चूका है । जो सम्भव हुआ है,प्रदेश की लोकप्रिय मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे जी सिन्धिया के सच्चे प्रयासों से ।
राज्य बाल सुधार आयोग की अध्य्क्ष मनन चतुर्वेदी माउंट आबू के नोशिर मेरवान अंधजन पुनर्वास केंद्र में विशेष बातचीत कर रही थी।
उन्होंने बताया कि, जयपुर में तो अपने प्रयासों से 125 बच्चों के लिए एक सेन्टर बनाया है। जो तो महज एक शुरुआत है। लेकिन जब से उनके कंधों पर राज्य भर के बचपन को सार-संभाल की ज़िम्मेवारी मिली है। उनके जीवन में रोजाना नित नए चैलेंज सामने आ रहे है। क्योकि, अब इसी बचपन को बचाने का दायरा जो की पूरे प्रदेश का उनके कंधों पर है ।
इसलिए अब सर्वप्रथम प्रयास यही रहता है कि, कार्य या लक्ष्य जो भी हो, उसे पूरी ईमानदारी से निभाया जा पाएं। बाकि परिणाम ईश्वर के हाथ में है।
राजस्थान में जनजाति क्षेत्रो में इस समय में सर्वाधिक समस्या है। बाल विकास की,अशिक्षा की,पिछड़ेपन की,और समाज में फैली गरीबी की, जो की सभी समस्याओं की वाहक है। उसे अब हर आम इंसान के सहयोग से लेकर सरकार तक के समन्वित प्रयासों से दूर करने के कारगर पहल की जायेगी । ताकि फिर कोई बचपन अपने शिक्षा की अलख से दूर न हो पाएं।