योगा कर देश हित का लिया संकृल्प
आबूरोड। अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर मंगलवार सुबह रेलवे ग्रांउड में कार्यक्रम आयोजित किया गया। योग करने से पूर्व लोगों योग के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई। योग करने के टिप्स बताए गए। इसके बाद आयोजित कार्यक्रम में लोगों ने योग विशेषज्ञों के निर्देशन में विभिन्न योग किए। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक जगसीराम कोली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित कर दिया जो भारत के लिए गौरव की बात है। परन्तु योग केवल शरीर के लिए ही नहीं मन के लिए भी करने की जरूरत है जिससे लोगों के अन्दर सकारात्मक विकास हो सके।
दूसरे योग दिवस के तहत आयोजित कार्यक्रम के लिए मंच बनाया गया। विधायक जगसीराम कोली पालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल, पंचायत समिती विकास अधिकारी मनहर विश्रोई, तहसीलदार मनसुखलाल डामोर, रेल मण्डल अभियंता सुभाष मीणा ब्रहाकुमारी संस्था कि ऊषा बेन आदि का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इसके बाद द्वीप प्रज्जवलित किया गया। डा आलोक परिजाद ने योगों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। योगों से विभिन्न प्रकार के रोगों का निवारण होने का हवाला दिया। पालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल ने कहा कि योग प्राचीन भारतीय परम्परा एवं संस्कृति की अमूल्य देन है। योग अभ्यास शरीर एवं मन, विचार कर्म, आत्म संयम व पूर्णता कह एकात्मकता तथा मानव प्रकृति के बीच सांमजस्य प्रदान करता है। योग जीवन शैली में परिवर्तन लाकर जागरुकता पैदा करता है। स्वस्थ्य व कल्याण के लिए यौगिक अभ्यास करना चाहिए। यम-नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार-धारणा, ध्यान-समाधि का अभ्यास करना चाहिए।
षटकर्म, शरीर-मन, शोधन को सुव्यवस्थित व नियमित करने का अभ्यास करना चाहिए। योग, स्नायु तंत्र, कंकाल तंत्र, ह्द्धय व नाडिय़ों के स्वस्थ्य करने का अभ्यास, योग अवसाद, थकान, चिंता सम्बंधी विकार व तनाव कम करने का अभ्यास व योग मधुमेह, मोटापा, थॉयराइड, रक्तचाप, जीवन शैली के विचारों को ठीक करने का अभ्यास करना चाहिए। योग विशेषज्ञों ने वृक्षासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, घुटना संचालन, ग्रीवा चालन, कटि संचालन ताड़ासन, मकरासन, शवासन, प्रणायाम आदि योग करवाए। करीब एक घंटे तक योग का करवाए। इसके बाद शांतिपाठ किया गया। साथ ही लोगों को प्रतिदिन स्वस्थ्य रहने के लिए योग आदि करने का संकल्प दिलवाया गया। इस अवसर पर समिति के शहरथानाधिकारी, सदर थानाधिकारी, बीईईओ नारायण सिंह समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, पुलिसकमी, आंगवाडी कार्यकर्ता, एएनएम,ब्रहाकुमारी संस्था समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
आदिवासी महिलाओ ने योगा कर दिया स्वस्थ रहने का संदेश
आबूरोड। शहर के समीप गणका गांव मे वनवासी मातृशक्ति विश्व योग दिवस पर ग्रामीण व आदिवासी महिलाओ ने योग कर अपने व आसपास के लोगो को स्वस्थ रहेने का संदेश दिया।
आर्दश विद्या भारती के सिरोही जिले के प्रभारी भूराराम पुरोहित ने बताया कि विश्व योग दिवस वनवासी क्षेत्रो मे मातृशक्ति योग दिवस के रूप मे मनाया गया। प्रधानमंत्री द्वारा जारी दिशा निर्देषानुसार गणका गंाव मे प्राथमिक विद्यालय मे मंगलवार को मातृशक्ति योग दिवस के रूप मे मनाया गया। इस दोरान योगा अभ्यास भी आदिवासी महिलाओ द्वारा हि करवाया गया। वही ग्रामीण महिलाओ द्वारा योग करना व करवाना अपने आपमे एक बहुत हि सराहनीय कदम था, कार्यक्रम मे गणका सरपंच द्वारा सभी महिलाओ को योग के बारे मे विस्तार से बताया गया वही इससे होने वाले फायदे के बारे मे भी अवगत करवाया गया , भूराराम पुरोहित द्वारा भी सभी महिलाओ को योग के गुणो के बारे मे विस्तार पूर्वक बताया गया अंत मे योग संकृल्प लेकर इसे अपने जीवन मे हमेसा करने का प्रण लिया गया। इस दोरान गणका, चनार, गिरवर, खोबाफली, मंूगथला, तलवार नाका, बगेरी, आवल सहित आसपास की ग्रामीण महिलाओ व स्कूली बच्चो सहित पुरूषों ने योग मे भाग लिया।
फोटो- 4,5 एबीआर
अनुलोम विलोम कर दी मन को शांति
आबूरोड। समीपवर्ती आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मूंगथला में पंचायत स्तरीय अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। प्रधानाचार्य सत्येन्द्र गंधर्व के अनुसार योग प्रशिक्षक दीपक शर्मा ने उपस्थित जनसमुह को चरणबद्ध रुप से अनुलोम विलोम, कपालभाति, ताड़ासन, मंडूकासन आदि शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक उन्नयन में सहायक योगासनों का अभ्यास कराया। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन समिति सदस्य लीलाराम सेन, आनन्द माली, बी.के.आनन्द भाई, ए.एन.एम कालमी देवी, रेखा देवी आंगनवाडी कार्यकर्ता शान्ता परिहार शीला नायक सविता सैनी, जगदीश प्रसाद, राजेन्द्र प्रसाद गौतम, अतुल मेहरा, मनोज शर्मा समेत अनेक भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
योग कर जानी प्राचीन कला
आबूरोड। रॉयल राजस्थान पब्लिक स्कूल में ‘योग दिवस‘ के उपलक्ष्य में योग दिवस का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के चेयरमेन दीपक पाठक द्वारा मुख्य अतिथि कीर्ति कुमार को स्मृति चिह्न भेट कर व प्रिंसिपल मीनाक्षी कदम द्वारा स्वागत कर किया गया। योग दिवस के उपलक्ष्य में विद्यालय की प्रार्थना -सभा में कीर्ति कुमार ने बताया कि वे 20 वर्षो से योग के प्रषिक्षण में कार्यरत है। योग भारत की प्राचीन संस्कृति का गौरवमयी हिस्सा है जिसकी वजह से भारत सदियों तक विश्व गुरू रहा है और सोने की चिडिय़ा कहलाता था। योग एक ऐसी सुलभ एवं प्राकृतिक पद्धति है जिससे स्वस्थ मन एवं शरीर के साथ अनेक आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि जिस योग को स्वामी रामदेव जी महाराज ने गुफाओं और कंदराओं से निकालकर आम जन तक पहुँचाया था उसी योग को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक कदम आगे बढ़ाकर विश्व पटल पर स्थापित कर दिया है। योग की जानकारी के साथ श्रीमान कीर्ति कुमार ने विद्यालय के विद्यार्थियों को योग का महत्व बताते हुए विभिन्न प्राणायाम करवाये तथा जीवन में सदैव करते रहने की सलाह दी। साथ ही कराटे अध्यापक शिवम् भटनागर द्वारा योगा से संबंधित आसनों को विद्यार्थियों के समक्ष प्रस्तुत कर विभिन्न आसनों को करवाया गया। अंत में विद्यालय की प्रिंसिपल मीनाक्षी कदम द्वारा बताया गया कि आज की तेज रफ्तार जिन्दगी में खुद को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाये रखना बेहद आवष्यक है। योग हर किसी की जरूरत है- योग के जरिए न सिर्फ बीमारियों का निदान किया जाता है, बल्कि इसे अपनाकर शारीरिक और मानसिक तकलीफों को भी दूर किया जा सकता है इसलिए इसे अपनी दैनिक जीवन शैली के साथ जोडऩा चाहिए। अंत में मुख्य अतिथि का धन्यवाद के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।