माउण्ट आबू में दीपावली सीजन के बाद में पड़ोसी राज्य गुजरात में लाभ पंचमी तक व्यावसायिक प्रतिष्ठानों व विद्यालयों में अवकाश के कारण से अधिकांश गुजराती सैलानी राजस्थान के विभिन्न शहरों में सैर-सपाटें के लिए भ्रमण पर निकलते है।
……लेकिन इसी क्रम में माउण्ट आबू जो कि राजस्थान का कश्मीर माना जाता है,और प्रदेश का एक मात्र हिल स्टेशन है,वहां पर सैलानियों के दीपावली के बाद में आने का दस साल पिछ“ा रिकॉर्ड टूट चुका है। और सैलानियों की बम्पर आवक ने माउण्ट आबू में बम्पर आवक दर्ज कर प्रदेश के कश्मीर माउण्ट आबू की सैर का नया रिाकॅर्ड बना लिया है।
इस बार सैलानी न केवल पिछले दस वर्षों की तुलना में सर्वाधिक आएबल्कि अपने छौटे-बडें वाहनों के साथ में भी आए। जिससे माउण्ट आबू की फिंजा मानों एक महानगर के स्वरूप में तब्दील सी हो चली। और सुबह से शाम तक माउण्ट आबू का पर्यटन व्यवसाय पूरी रंगत से चला। शहर के बाजारों व दर्शनीय स्थलों पर भी पूरें नौ दिनों तक सैलानियों का हुजुम व वाहनों की रेलमपेल से शहर की प्रशासनिक व व्यावसायिक गतिविधियां एकदम व्यस्तम् परिलक्षित हुई।
बात की जाएं शहर के चूंगी नाके से बस स्टेण्ड,रोटरी चौराहा,चाचा म्यूजियम चौराहा,नक्की लेक मार्ग,नक्की लेक बाजार,अधर देवी,विश्व प्रर्सिद्ध देलवाड़ा जैन मंदिर,अचलगढ़,व गुरूशिखर तकरीबन सभी दर्शनीय स्थलों पर सैलानियों का हुजुम ही नजर आया।
नगर पालिका हुई मालामाल – पालिका को 19 लाख 11 हजार 755 रूपयों का (यात्रीकर का) राजस्व अर्जित।
दीपावली पर यो तो कामना की जाती है कि व्यापारिक वर्ग के घरानों व प्रतिष्ठानों में अच्छी बिक्री से धन वर्षा होती है। लेकिन नगर पालिका माउण्ट आबू के लिए भी यह वर्ष धन वर्षा (राजस्व आय) की सौगात लेकर के आया। चूंगी नाका पर प्रभारी व कर निर्धारण अधिकारी अभिष्ोक शर्मा के अनुसार चूंगी नाका पर 23 अक्टूबर से 3०अक्टूबर तक माउण्ट आबू में 1 लाख 62 हजार 539 सैलानी अपने कुल 1 लाख 79 हजार ०36 छौटे-बडेंè वाहनों से सैर सपाटे के लिए आए। और नगर पालिका से उनकों को यात्रीकर के रूप में 19 लाख 11 हजार 755 रूपयों का राजस्व अर्जित हुआ। मानों यह दीपावली के सीजन के नौ दिन नगर पालिका के लाखों रूपयों की आया की सौगात लेकर के आए हो।
Story Courtesy: Mr. Kishan Vaswani
Edited By: Sanjay
Title: Tourism 2014 Diwali Season