प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के अतिरिक्त महासचिव, न्यायविद प्रभाग राष्ट्रीय अध्यक्ष, वल्र्ड रिन्यूवल स्प्रीचयुल ट्रस्ट मैनेजिंग प्रन्यासी, प्रख्यात लेखक राजयोगी रमेश शाह के अंतिम दर्शानार्थ निकाली गई वैकुण्ठी यात्रा में श्रद्धालूओं को लगा तांता।
राजयोगी रमेश के पार्थिव शरीर को विशेष रूप से सजाए गए रथ में पाण्डव भवन परिसर स्थित हिस्ट्री हॉल में शनिवार दोपहर से श्रद्धालूओं के दर्शनार्थ व श्रद्धाजंलि के लिए रखा गया था। जहां अखण्ड रूप से मेडिटेशन कार्यक्रम में श्रद्धालूओं का आवागमन बना रहा।
वैकुण्ठी यात्रा संगठन के अंतराष्ट्रीय मुख्यालय पांडव भवन परिसर से रविवार सवेरे लगभव दस बजे प्रारंभ हुई। जो संगठन के संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के समाधिस्थल, मेडिटेशन रूम, बाबा की तपस्यास्थली कुटिया आदि विभिन्न स्थानों से होते हुए सार्वभौमिक शान्ति सभागार में पहुंची। जहां बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धाजंलि दी।
वैकुण्ठी यात्रा अन्य पिछड़ा वर्ग राष्ट्रीय आयोग अध्यक्ष जस्टिस वी. ईश्वरैय्या, राजनीति सेवा प्रभाग राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्योरिटी पत्रिका प्रधान संपादक, संगठन उपमहासचिव बृजमोहन आनंद, संस्थान की दक्षिणी पश्चिमी भारत निदेशक राजयोगिनी संतोष बहन, खेल प्रभाग राष्ट्रीय संयोजिका शशि बहन, संगठन के उत्तरी भारत निदेशक अमीरचंद, समाज सेवा प्रभाग राष्ट्रीय अध्यक्ष, मीडिया प्रभाग राष्ट्रीय अध्यक्ष बीके करूणा, युवा प्रभाग राष्ट्रीय संयोजिका बीके चन्द्रिका बहन, प्रसिद्ध केंसर सर्जन डॉ. अशोक मेहता सहित बड़ी संख्या में देश व विदेशों से आए श्रद्धालू शामिल थे।
वैकुण्ठी यात्रा पाण्डव भवन से आरंभ होकर दादी प्रकाशमणि चौंक, काली माता मंदिर, एमके चौक होते आध्यात्मिक संग्राहलय पहुंची। जहां से तिब्बतन मार्केट, जंगल कॉर्नर, लाईब्रेरी चौंक, नगरपालिका कार्यालय, अंबेडकर चौंक, राजभवन मार्ग, शैतान सिंह पार्क होते हुए ग्लोबल अस्पताल, टेलीफोन एक्सचेंज, कुम्हारवाड़ा, टूमणा आदि विभिन्न स्थानों से होते हुए ज्ञान सरोवर अकादमी परिसर में पहुंची। जहां बड़ी संख्या में नागरिकों ने उन्हेंं श्रद्धाजंलि दी। जहां से यात्रा आबूरोड स्थित शांतिवन परिसर के लिए रवाना हुई। जहां विभिन्न स्थानों पर श्रद्धाजंलि कार्यक्रमों के बाद आमथला स्थित मुक्तिधाम पहुंची।