आबूरोड। इंसान बेटे के जन्म पर खुशीया मनाता आया है लेकिन बेटीया भी बेटो से कम नही है, आज देखा जा रहा है कि महिलाये हर कदम पर पुरूषो के कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। ऐसा ही आज आबूरोड मे देखने को मिला जहां एक बहु ने अपनी सांस को मुखागनी देकर एक बेटे का फर्ज निभाया।
आबूरोड शहर के पंचाययम समिती के पिछे अपना घर कोलोनी मे निवास कर रही पुनम गुप्ता ने अपनी सास का अंतिम संस्कार अपने हाथो से करते हुये उनको मुखागनी देकर एक बेटे का फर्ज निभाया। पूनम गुप्ता ने बताया कि उनके पति स्व. विनोद कुमार गुप्ता कि मृत्यू 25 वर्ष पूर्व हो गई थी जबसे वो अपनी सांस को अपनी मां कि तरह अपने साथ रखते हुये उनका पूरा ख्याल रख रही थी। गुप्ता ने बताया कि उनके भी दो पुत्री ही है उनके घर मे कोई पुरूष नही है वो ओर उनकी दोनो पुत्रीया अपनी सास, दादी का ख्याल रख रही थी। गत रात्री को उनकी सांस रूकमणी गुप्ता धर्मपत्नि स्व. मगनलाल गुप्ता का निधन हो गया।
उनके परिवार मे कोई पुरूष नही होने ओर पूरे भारत मे लॉक डाऊन के कारण उनके परिजन नही आ पाने के कारण उनकी बहु पनम गुप्ता ने अपने पडोसीयो के साथ अपनी सांस को कंधा दिया साथ ही एक बेटे के समान पूरे रिती रिवाज निभाते हुये अपनी मां समान सास को मुखागनी दी। पुनम गुप्ता पेसे से एसबीआई बैंक तलहेटी, आबूरोड मे असिस्टेट हेड के पद पर कार्यरत है।
25 साल तक अपनी दोनो पुत्रीयो के साथ सास को भी संभाला
गुप्ता द्वारा नोकरी के साथ साथ अपनी दोनो पुत्रीयो को पढ़ा लिखाकर सापॅ्टवयर इंजीनियर बनाया वही सास कि तबीयत खराब होने के बाद उन्होने भी चलना फिरना छोड दिया था। गुप्ता द्वारा सभी कठिन परस्थितीयो का सामना करने हुये अपना फर्ज निभाया जहां अपने सास को अपनी मां मानते हुये उनकी सेवा कि वही पुत्रीयो को भी पिता कि कमी महसूस नही होने दी ओर दोनो को इंजीनीर बनाया साथ ही दोनो का विवाह भी करवाया।