– स्वीकृति होने के बाद भी फुटपाथ पर लगी दुकानदारो को हटाया
– दुकान संचालको ने अधिशाषरी अधिकारी के खिलाफ जमकर किया विरोध प्रदर्शन
आबूरोड। एक ओर जहंा हर कोई इस विश्व व्यापी महामारी की पिढ़ा झेल रहा है। पिछले 45 दिनो से लॉक डॉऊन के कारण गरीब अपनी रोजी रोटी को लेकर परेसान नजर आ रहा है। वही आबूरोड नगरपालिका कि हठ धर्मिठता के कारण आज शांतिकुंज के बाहर वेण्डर जोन मे लगी 20 से ज्यादा दुकानदारो के परिवारो को बेरोजगार करते हुये उनकी दुकानो पर मध्य रात्री को बिना किसी सुचना के तोड़ा गया। सुबह सभी दुकानदारो ने किया विरोध प्रदर्शन। सुचना मिलने पर आबूरोड तहसीलदार व शहर थानाधिकारी पहुंचे मोके पर। समझाईस का किया प्रयास। वही कुछ देर तक तो अधिशाषी अधिकारी गत रात्री को तेज हवाओ का बहाना देकर करते रहे गुमराह। सामने लगे सीसीटीवी केमरे मे केद हुआ नगरपालिका का घिनोना रूप।
शंतिकुंज आबूरोड के बाहर वेण्डर जोन बनाया गया है जहां पर नगर पालिका द्वारा चार वर्ष पूर्व ही प्रति दुकान एक हजर रूपये कि रशीद काट कर फुटपाथ पर छपरे बनाकर दुकान खोलने कि स्वीकृति प्रदान कि गई है । मंगलवार कि सवेरे फुटपाथ दुकान संचालको को अपनी दुकान नगरपालिका द्वारा तोडने कि सुचना मिली जिसपर सभी ने जाकर देखा तो दुकान तो तोड़ी गई साथ मे दुकान मे रखा सामान भी चोरी हो गया वही गन्ने कि रस कि मशीन तो तोड दिया गया। जिसपर सभी ने पार्षद कमलेश सैनी, अमित सांबरिया, दीपक सैनी, मोहन राणा, योगेश सिंघल कि अगुवाई मे हुआ विरोध प्रदर्शन।
अधिषाशी अधिकारी को धकेल कर निकाला बहार
फुटपाथ पर लगी दुकानो को तोडने का आदेश देने के बाद जब दुकान संचालको द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था उस दोरान मोके पर पहुंचे अधिषाशी अधिकारी त्रिकमणदास चारण दुकानदारो को गत रात्री को तेज हवाओ से यह दुकाने टुटने का कहने लगे तो मोके पर मोजूद लोगो ने उनको सामने स्कूल मे लगे सीसीटीवी केमरे कि फुटेज दिखाते नगरपालिका कर्मचारीयो द्वारा तोडना बताया वही अतिक्रमण दस्ता निरिक्षण अर्जुन बामणिया ने बताया कि उनको अधिषाशी अधिकारी ने आदेश दिया था इसलिये यह दुकानो को तोडा गया। अधिषाशी अधिकारी के इस दोहरे रूप के कारण मोके पर मोजूद पार्षदो ने उनको धक्के देते हुये बहार निकालाते हुये उनके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
लिखीत मे दिया आसवास, नुकसान व दो दिन मे दुकान बनाकर देगी नगरपालिका
विरोध प्रदर्शन के उग्र रूप लेने से बचने के लिये तहसीलदार दिनेश आचार्य द्वारा पालिका अधिशाषी अधिकारी को लिखीत मे देने को कहा, जिसपर अधिषाशी अधिकारी त्रिकमणदास चारण ने अपनी गलती मानते हुये दो दिन मे सभी दुकानो को ठीक करवाने व जो भी दुकानदारो को नुकास हुआ है उसका हर्जना भी देने के लिये खिलीत मे आसवासन दिया।
अधिशाषी अधिकारी के खिलाफ करवाया मुकदमा दर्ज
पार्षद कमलेश सैनी ने बताया कि स्वीकृति के बाद भी पालिका अधिशाषी अधिकारी त्रिकमणदास चारण द्वारा द्वेष पूर्ण भावना से गरीब लोगो का रोजगार छीना गया है, उनके कहने पर ही अतिक्रमण दस्ता प्रभारी अर्जुन बामणिया ने अपनी टीम के साथ दुकानो को तोडकर दुकानो मे रखा सामान चुरा लिया गया है। सभी दुकानदारो द्वारा पालिका अधिषाशी अधिकारी त्रिकमणदास चारण, अतिक्रमण दस्ता प्रभारी अर्जुन बामणिया सहित अतिम्रकण तोडने आये सभी कर्मचारीयो के खिलाफ शहर पुलिस थाना आबूरोड मे लिखीत रिर्पोट पेश करमुकदमा इर्ज करवाया गया है। वही मुख्यमंत्री व स्वायत शासन विभाग को पालिका अधिशाषी अधिकारी व इस सभी कर्मचारीयो के खिलाफ कार्यवाही कि मंग कि गई है।
इनका कहना है
हां जो भी हुआ है गलत है अभी तो सरकार कोरोना से झूझ रही है सभी अपने रोजगार को लेकर परेसान है, पालिका अधिशाषी अधिकारी द्वारा आधिरात को जो यह दुकान हटाने का कार्य किया गया है यह गलत है। जांच करवाकर कार्यवाही कि जायेगी।
दिनेश आचार्य, तहसीलदार, आबूरोड
मुझे आज सुबह ही जानकारी मिली मै मोके पर आया देखा कि सभी की दुकाने तोड दी गई है, मै नगरपालिका अयक्ष हु फिर भी अधिशाषी अधिकारी ने मेरे से पूछना भी सही नही समझा। इसकी हटधर्मिठता के कारण पालिका मे कोई विकास कार्य नही हो रहा हे। हमने आगे स्वायत शासन विभाग को सुचना दे दी है।
सुरेश सिंदल, पालिका अध्यक्ष आबूरोड