आबूरोड, 27 जून 2020 । सेंट जाॅन्स स्कूल प्राचार्या के अनुसार जनवरी, 2020 से 1.6 बिलियन (अरब) से अधिक बच्चे स्कूल में नहीं जा रहे हैं । यह संख्या बहुत विशाल है, जैसा कि कोविड 19 महामारी दुनिया भर में फैल गई है, अधिकांश देशो ने स्कूलों को अस्थाई रूप से बंद करने की घोषणा की है, जिससे दुनिया भर में 91 प्रतिषत से अधिक छात्र प्रभावित हुए हैं, जिसमें लगभग 1.6 बिलियन बच्चे और युवा हैं।
इससे पहले कभी भी इतने सारे बच्चे एक ही समय में स्कूल से दूर नहीं रहे हैं, शिक्षा और जीवन को बाधित करते हुए, विशेष रूप से सबसे कमजोर छात्र और कठिनाई पर आ रहे हैं।
भारतीय प्रधानाचार्य नेटवर्क ;आई.पी.एन श्री गौरव यादव द्वारा शुरू किया गया स्कूल नेताओं का एक राष्ट्रव्यापी नेटवर्क है, जो नेटवर्क का संस्थापक और माॅडरेटर है । आईपीएन को राष्ट्रीय स्तर पर ’थिंक टंैक’ के रूप में काम करने के उद्देष्य से स्थापित किया गया है, ताकि विभिन्न प्रथाओं के आदान-प्रदान के लिए एक साझा मंच पर एक साथ आने वाले विभिन्न विचारों के नेताओं के बीच की खाई को पाटा जा सके व दूरी को कम किया जा सके।
आईपीएन, भारत भर में, स्कूल के नेताओं के साथ मिलकर काम कर रहा है और भारतीय उपमहाद्वीप अब दुनिया भर के स्कूल नेताओं के साथ अपने सहयोगियों के माध्यम से आगे बढ़ रहा है, उन्हंे पूरे देश में फैले अपने मंच के माध्यम से निर्बाध ज्ञान विनिमय, डेटा और सीखने के संसाधन प्रदान करके 25 राज्यों को कवर किया गया है, 167 शहर और 400$ जिले और, यह स्पष्ट है कि आॅनलाइन / आभासी शिक्षा नई सामान्य होगी । हालांकि, बहुत सारे सवाल हैं जो अनुत्तरित हैं, जिनके लिए आईपीएन यात्रा, इस यात्रा पर स्कूल के नेता इस यात्रा को एक साथ सामान्य करने का इरादा रखते हैं ।
इसलिए आईपीएन ने स्कूल लीडर्स के ग्लोबल वुर्चअल काॅन्फ्लुएंस 27 और 28 जून 2020 को आईपीएन यात्रा का आयोजन किया है, जिसमें हजार से अधिक स्कूल लीडर संगम का हिस्सा है और श्रीमती उमा श्याम, सेंट जाॅन्स स्कूल, प्राचार्या भी इस सम्मेलन में अपना प्रतिनिधित्व कर रही है।
आईपीएन यात्रा के 2 दिवसीय सम्मेलन में होने वाले निम्न बिंदुआंे पर चर्चा की जाएगी:
– परिदृष्य के बारे में सबसे अधिक चर्चा वाला वैष्विक परिप्रेक्ष्य – स्कूल के लिए – नया – सामान्य – क्या होगा?
– रोल्स स्कूल ग्लोबल वर्कफोर्स को क्या दिशा प्रदान करते हैं ।
– शिक्षकों की बदलती भूमिकाओं और शिक्षण पद्ति की खोज ।
– आॅनलाइन शिक्षा की व्यवस्था ।
– विश्व स्तर पर – सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं – को अपनाने से सीखने का मौका ।
– ग्लोबल बिरादरी का एक हिस्सा होने के नाते काॅन्फ्लुएंस पोस्ट और अपने सीखने को नए मोर्चे पर ले जाएं ।
आईपीएन यात्रा के मुख्य अंशो में से एक छात्र परिषद का सत्र है जहाँ 100 विद्यालयों में से, 4 छात्रों को चुना गया है ताकि वे महामारी के बारे में अपने दृष्टिकोण को साझा कर सकें और वे शिक्षकों की अपेक्षा पर खरा उतर सके, चुने गए चार छात्रांे में से एक सेंट जाॅन्स स्कूल आबूरोड की कक्षा 10वीं की छात्रा जोशिता भारद्वज पुत्री श्री विशाल भारद्वज एवम श्रीमती रीना भारद्वज है, जो स्कूली नेताओं को आॅनलाइन शिक्षा और सुझावों के बारे में अपने विचार प्रकट कर रही हैं।
ग्लोबल नेताओं और भारतीय स्कूल के नेताओं के इस संगम में डाॅ. शिवा कुमारी, महानिदेषक, अंतर्राष्ट्रीय बैकलौरीटे, डाॅ. रघुनाथन, निदेशक स्कूलिच स्कूल आॅफ बिजनेश केंम्पस, कनाडा, डाॅ. स्टीफन हैरिस, मुख्य शिक्षा अधिकारी, अर्नलाइफ, ऑस्ट्रेलिया, डाॅ. अशोक पांडे, निदेशक अह्काॅन ग्रुप आॅफ स्कूल्स भारत, डाॅ. माधव देव सारस्वत, प्राचार्य मेयो काॅलेज भारत, डाॅ. नीता बाली, निदेशक-प्रिसिंपल जीडी गोयनका वल्र्ड स्कूल, भारत तथा सुश्री अमृता बर्मन, उप निदेशक, सनबीम ग्रुप ऑफ़ स्कूल्स, भारत आदि इस विशाल आॅनलाइन प्रिंसिपल संगम यात्रा में भाग लेकर सभा को संबोधित करेंगे ।