माउंट आबू | इको-सेंसिटिव जोन माउंट आबू में भवन निर्माण की समस्या के चलते उसी जुडी और भी कई ऐसी समस्याए है जिसके कारण आम जन ही नहीं बल्कि पशु भी पीड़ित है जी हां जैसे माउंट आबू में वन्य अभ्यारण है और यहाँ तेंदुए, भालू जैसे कई जानवर भ्रमण करते है और यहाँ जानवर कई बार बकरी, गाय जैसे पशुओ को अपना शिकार बना लेते है |
इसका मुख्य कारण
साल गाँव, देलवाडा, ओरिया जैसे अन्य माउंट आबू के क्षेत्रो में लोग मवेशी पालते है लेकिन भवन निर्माण की अनुमति के आभाव में उनके लिए एक सुरक्षित आश्रय नहीं बना पाते जिसकी सुरक्षित बाउंड्री हो और उसके भीतर गुस्कर को जानवर उन पर हमला ना कर सके |
हाल ही में 2 दिन पूर्व भी बाउंड्री वॉल के आभाव में एक भेस को सांप ने अपना शिकार बना लिया यह घटना देलवाडा में स्थित एक खेत में हुई | जोंटी फ़ार्म में एक कच्चे भवन में उनकी भेस बंधी थी लेकिन पक्की दीवार ने होने के कारण उसमे एक सांप प्रवेश कर गया और सांप के काटने से भेंस की मृत्यु हो गई |
बात करे पूर्व की घटनाओ की तो कई बार कच्ची दिवार का फायदा उठाकर तेंदुए ने गाय, बकरी को अपना शिकार बनाया है | ऐसे में यह अति महत्वपूर्ण हो जाता है की मवेशियों के कल्याण व जीवन सुरक्षा को लेकर प्रशाशन व पालिका शिग्र ही पक्की दीवार की अनुमति या अन्य परोजन खोज कर इस परेशानी का निवारण करे व हमें अपने दूध से सीचते इन मवेशियों की जीवन रक्षा करे |
पूर्व में हुई घटनाओ से जुडी खबरे
– तेंदुए ने किया 5 बकरियों का शिकार: माउंट आबू
– तेंदुए के हत्ते चढ़े 5 मवेशी: सालगाँव, माउंट आबू
–फिर तेंदुए के हत्ते चढ़ी गौ माता, गोवा गाँव में तेंदुए ने बछड़े को मारा