30 मिनट तक मदद कि आश मे तडपता रहा युवक, मौके पर मोजूद विडीयो बनाने मे मशगुल, एक बार फिर तलहेटी मे मनवता हुई शर्मशार, समय पर मिल जाती मद्द तो बच सकती थी युवक कि जिन्दगी
आबूरोड। सोशल मीडीया पर वीडीयो फोटो अपलोड करने की जल्दबाजी मे लोग मानवता भूल गये है। सडक पर कोई तडप रहा हो या कोई अपनी जिन्दगी कि आखरी सांस ले रहा हो उसका कोई फर्क नही पड़ता लेकिन पहले कोन सोशल मीडीया पर फोटो विडीयो अपलोड करे वो जरूर याद रहता है। ऐसा ही आज तलहेटी मे देखने को मिला जहां एक युवक दुर्घटना का शिकार होने के बाद 30 मिनट तक मद््द कि आश मे तडपता रहा लेकिन कोई भी उसकी मद्द को नही आया घायल युवक व उसके दोस्त समीप से गुजर रहे लोगो के हाथ जोडते रहे लेकिन किसी ने कोई मद्द नही कि बल्कि विडीयो बनाकर सोशल मीडीया पर अपलोड जरूर किया। 30 मिनिट के बाद 108 एम्बूलैंस मौके पर आई ओर घायल युवक को मात्र 300 मीटर कि दुरी पर बने ग्लोबल ट्रोमा सेन्टर पहुचाया जहां उपचार के दौरान युवक कि मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार सांई विहार कोलोनी, आबूरोड निवासी युवक कृष्णा परिहार पुत्र बाबूलाल परिहार अपने दोस्तो के साथ तलहेटी स्थित मुकरी माता मंदिर जाने के लिये तलहेटी पर साईड मे अपनी स्कूटी खडी कर अन्य दोस्तो का इंतेजार कर रहे थे उसी दोरान पिछे से आ रहे एक डम्बर आर जे 19 जीएफ 9956 के चालक ने लापरवाही से चलाते हुये खडी स्कूटी मे टक्कर मार दी जिससे स्कूटी पर बैठे कृष्णा परिहार व अंकित सडक पर गिर गये ओर कृष्णा डम्पर के पिछले टायर मे आ गया ओर गंभीर रूप से घायल हो गया। कृष्णा सहित उसके दोस्त मद्द के लिये आसपास के लोगो से गुहार करते रहे लेकिन किसी ने भी उनकी मद्द नही कि बल्कि विडीया बनाने मे लगे रहे। घायल युवक व उसके दोस्त समीप कि होटलो संचालको व अन्य लोगो से हाथ जोडते रहे लेकिन कोई मद्द को आगे नही आया। 30 मिनिट के बाद 108 एम्बूलैंस व सदर पुलिस मोके पर पहुंची ओर घायल युवक को ग्लोबल ट्रोमा सेन्टर लाये जहां उपचर के दोरान कृष्णा कि मौत हो गई। सदर पुलिस द्वारा डम्पर को जब्त कर लाई थाने। मृत्क के शव को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनो को सोपा।
300 मीटर कि दूरी पर ट्रोमा सेन्टर, मिल जाती मद्द तो नही बुझता घर का चिराग
जहां दुर्घटना हुई वही पर बडी बडी होटले है वही यह पूरा क्षेत्र हमेसा भीड भाड से भरा रहता है वही दुर्घटना स्थल से मात्र 300 मीटर कि दुरी पर है ट्रोमा सेन्टर। अगर समय रहते समीप के लोगो ने मानवता का परिचय देते हुये घायल को ट्रोमा सेन्टर पंहुचा दिया होता तो घायल युवक कि जिन्दगी बच सकती थी।
चार बहनो का इकलोता भाई था कृष्णा
कृष्णा परिहार पुत्र बाबूलाल परिहार अपने परिवार मे इकलोता पुत्र था। बाबूलाल परिहार के चार पुत्रीयो के बाद कृष्णा ने जन्म लिया था। बडे ही लाड प्यार से पल रहे कृष्णा कक्षा 12वीं मे अध्ययन कर रहा था। आज हुई दुर्घटना मे अपने पुत्र को खोने के बाद मां-बाप के साथ बहनो का बुरा हाल है। वही मोहल्ले मे भी गम का माहोल है सभी इस हद्य विदारक घटना से सहमे हुये है।
क्या मानवता से बडा है विडियो बनाना
तलहेटी क्षेत्र की यह दूसरी घटना है जब समीप के लोगो मे घायलो कि मद्द करने के बजाये विडीयो बनाने मे मशगुल रहे ओर दोनो ही घटनाओ मे घालयो को अपनी जान गंवानी पडी। आज कि घटना ने एक बार फिर मानवता को पूरी तरह से शर्मसार किया है।