07/01/2014 माउंट आबू, खुसी संसथान द्वारा आयोजित गौ धर्म सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया, कार्यक्रम में प्रदेश के गौपालन,डेयरी व देवस्थान विभाग के मंत्री ओटा राम देवासी, संघ के जिला प्रचारक स्वरूप दान चारण, तीर्थगिरी महाराज, क्षेत्रीय विद्यायक समाराम गरासिया, जिला अध्यक्ष लुम्बाराम जी चोधरी, आचार्य ॐ प्रकाश जी, माउंट आबू भाजपा अध्यक्ष सौरव गांगडिया एवं संतगन की उपस्थिथि में किया गया |
प्रदेश के गौपालन,डेयरी व देवस्थान विभाग के मंत्री ओटा राम देवासी बुधवार को माउण्ट आबू के राम लीला रंगमंच पर आयोजित गौ धर्म सम्मेलन में आए उपस्थित जन समूह को सम्बोधित करते हुआ कहा की :
गाय कामधेनू तो है ही,साथ ही उसमें 36 करोड़ देवी देवताओं का निवास है। और आज के आधुनिक युग में हमें मां के बाद सबसे ज्यादा अगर किसी उत्पाद की आवश्यकता अन्न के बाद है,तो वह है गाय का दूध। जो हमे प्राण शक्ति देने के साथ में पुष्ट भी बनाता है। साथ ही गाय के दूध के बाद उसी घ व गोबर से हमे अनैक लाभ प्राप्त होते है। गाय हमारी सामाजिक संस्कृति की धुरी भी रही है।
उन्होंने प्रामाणिक चिकित्सा उपचार के उदाहरणों के माध्यम से बताया कि किस प्रकार से गाय के घी व दूध से आज टी बी,कैंसर व अन्य असाध्य रोगों के उपचार की पद्धति का विकास हो रहा है। और अनेक मरीज उससे लाभान्वित भी हो चुके है। उन्होंने गायों के रोजाना तस्करी के माध्यम से कत्लखाने में जाने के दुखद समाचारों का उदाहरण देते हुए बोला कि यह हमारे सभ्य समाज के लिए कलंकित करने का कृत्य है।
जिसे हम मां के समान दर्जा देते है। और उसी को अपने आगे कत्लखाने में जाते देख मुक बने रहते है,तो इससे बड़ा पाप का कृत्य और कोई नहीं होगा।
साथ ही उन्होंने गांव गली व बाजारों में घूमने वाली गाय व बछड़ों के संरक्षण की अपील करते हुए कहा कि गाय को हमे हकाले नहीं,उसे प्रेम से अपने आस पास रहने दे तो हमारा सदैव कल्याण ही होगा। साथ ही यदि आज के आधुनिक इटालियन मार्बल की बनिस्पत् गाय के गोबर से लिपित
घर में रहे तो हमें केवल आध्यात्मिक शांति का ही नहीं अपितु सौभाग्य का भी अवसर प्राप्त होगा।
और गाय की सेवा करने का मौका भी केवल किस्मत वाले ही पाते है। पुराणों का उदाहरण देते हुए उन्होंने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से गौ सेवा के संकल्प को सार्थक करने की बात कही। साथ ही अपनी सामथ्र्यनुसार अपना योगदान भी गौ सेवा के लिए देने की आह्वान किया।