30/03/2015 माउन्ट आबू, केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के पुलिस महानिदेषक प्रकाश मिश्र ने कहा है कि माउन्ट आबू एक गौरवमई ऐतिहासिक प्र्यटन एवं प्रषिक्षण का स्थल है जहां 1975 तक भारत देष की आजादी के बाद से भारतीय पुलिस सेवा के आईपीएस अधिकारियो ने प्रषिक्षण प्राप्त कर देष का गौरव बढाया है और उसके बाद देष में तैनात केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारी जो आज पुलिस महानिरीक्षक पद पर देष में अलग अलग तैनात है और सेवाए दे रहे है ऐसे में जो प्रषिक्षण माउन्ट आबू सिधे नियुक्त राजपत्रित अ धिकारियों का स्थानान्तरित किया गया था अब पुनः माउन्ट आबू में जंगल में दिये जाने वाले सभी प्रषिक्षण माउन्ट आबू में पूरे किये जाने पर विचार किया जा रहा है। वे आज माउन्ट आबू में आंतरिक सुरक्षा अकादमी के सभागार में पत्रकारों को एक प्रष्न का जबाव दे रहे थे।
उन्होने कहा कि इस पर विचार किया जायेगा कि माउन्ट आबू में राजपत्रित अधिकारियों का प्रषिक्षण पुनः कुझ स्तर पर माउन्ट आबू में षुरू किया जाए जिससे आंतरिक सुरक्षा की इस अकादमी का गौरव बना रहे। पत्रकारो ने कहा कि माउन्ट आबू में इस प्रषिक्षण को इसलिए स्थानान्तरित किया गया था कि बडे बैच आने लगे थे और उनके रहवास आदि की परेषानी थी। लेकिन अब माउन्ट आबू से सर्वे आॅफ इण्डिया की बहुत बडी सम्पत्ति खाली पडी है उनका डेल बंगला खाली है अन्य केन्द्रीय सरकार की सम्पत्तिया अवाप्त की जा सकती है इसलिए अब माउन्ट आबू में पुनः इस प्रकार के प्रषिक्षण षुरू हो सकते है जिसके जवाब में मिश्र ने कहा िकवे इन सभी चीजों को देखने आए है और निष्चित रूप से बल षीघ्र ही इस पर निर्णय लेगा। वे माउन्ट आबू में 1989 बैच के देष भर से आए 70 पुलिस उमहानिरीक्षको के 25 वर्श पूर्ण होने पर आयोजित सम्मेलन को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
पुलिस महानिदेषक मिश्र पहुचे माउन्ट आबू। लिया कई कार्यक्रमो में भाग।
आन्तरिक सुरक्षा के एक दिवसीय दौरे पर केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेषक प्रकाष मिश्र, भा.पु.से. का माउण्ट आबू में सोमवार को आगमन हुआ। अकादमी के निदेषक भूपत सिंह चैहान, निदेषक/महानिरीक्षक ने उनकी आगवानी की। प्रकाष मिश्र के साथ बल के प्रषिक्षण मुखिया विवेक दूबे, भा.पु.से., विषेश महानिदेषक(प्रषिक्षण) केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल भी साथ में आये थे।
मिश्र के अकादमी के मुख्य परिसर में आगमन होने पर अकादमी के अधिकारियों द्वारा उनका स्वागत किया गया तथा साथ ही उन्हें अकादमी में चलाये जा रहे विभिन्न प्रकार के कोर्सो व पाठयक्रमों तथा अन्य प्रषिक्षण व प्रषासनिक कार्यो के संबंध में विस्तार से अवगत कराया गया। तदोपरान्त महानिदेषक महोदय ने अकादमी के क्वार्टर गार्ड का निरीक्षण किया। उसके उपरांत नवीनीकृत सर एच.एम. लाॅरेन्स हाॅल और कम्प्यूटर लैब का उदघाटन किया गया। इसके उपरांत उन्होंने 1989 बैच के सीधे भर्ती राजपत्रित अधिकारियों के “रि-यूनियन कम ट्रेनिंग सेमिनार“ का उद्घाटन किया। उन्होंने इस तरह के प्रषिक्षण सह सेमिनार के आयोजन की काफी सराहना की। तदुपरांत अकादमी के अस्पताल, व्यायामषाला, भवनों एवं जवानों के आवास, मनोरंजनकक्ष, भोजनालय, खेल मैदान एवं अधीनस्थ अधिकारियों के मेस तथा अन्य भू-सम्पत्तियों का निरीक्षक किया तथा जवानों के कल्याण के संबंध में भी अकादमी की प्रतिबद्धता की भूरि-भूरि प्रषंसा की।
अकादमी के अधिकारियों व जवानों को संबोधित करते हुए महानिदेषक महोदय ने अकादमी के निदेषक श्री भूपत सिंह चैहान के नेतृत्व मेें चलाये जा रहे प्रषिक्षण व अन्य कार्यो की बहुत सराहना की तथा इसे निरंतर बढ़ाने हेतु निर्देष दिये। बल के समक्ष आने वाली चुनौतियों से भी सभी कार्मिकों को अवगत कराया तथा उससे निपटने के लिए सदैव प्रयासरत रहने हेतु आह्वान किया। तत्पष्चात उन्होंने प्रषिक्षु अधिकारियांे से भी मुलाकात की और उन्हें भी बल की जिम्मेदारी एवं अपेक्षाओं के अनुरूप सदैव प्रयासरत रहने तथा कुषल व सक्षम नेतृत्व प्रदान करने हेतू निर्देष दिये।
श्री मिश्र एक दिवसीय प्रवास के दौरान स्थानीय मीडिया से वार्ता करने के दौरान अकादमी के इतिहास एवं के0रि0पु0बल से माउण्ट आबू के गहरे रिष्ते का विषेश उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अकादमी व माउण्ट आबू आकर उन्हें अपार आनन्द व गौरव की अनुभूति हुई है। उन्होंने के0रि0पु0बल की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारा बल प्रजातंत्र का सही मायनों में प्रहरी है तथा देष के सामने पेष आ रही सभी प्रकार की चुनौतियों का डटकर मुकाबला करने में सक्षम है और आगे भी चुनौतियों से मुकाबला करते रहेंगे। श्री मिश्र ने अकादमी मेें चलाये जा रहे प्रषिक्षण कार्यक्रम का विषेश उल्लेख करते हुए काह कि यह अकादमी प्रषिक्षण की उत्कृश्ट मापदण्डों को बनाये रखते हुए निरंतर आगे बढ़ रहा है तथा देष एवं के0रि0पु0बल के अधिकारियों को कुषल व सक्षम नेतृत्व क्षमता प्रदान कर रहा है। अकादमी अपने अथक प्रयासों से अपने ध्येय “ज्ञानेन साध्यते षक्तिः“ को जीवंत व चरितार्थ करने में सफल रहा है। उन्होंने माउंट आबू के निवासियों को भी खुषहाली एवं सुखद भविश्य हेतु षुभकामनाएं व्यक्त की।
Courtesy: Anil Areean, Mount Abu