यह घटना है अम्बाजी – आबू रोड मार्ग पर स्थीत एक रिसोर्ट की, 26 जुलाई से शुरू हुई बारिश ने एसा जल सेलाब लाया के सिरोही, जालोर, सांचोर जीलो में हडकंप मच गया, सब तरफ तबाही का मंज़र है, लोग पानी में बह गये, घर ताश के पत्तो की तरह बिखर गये |
रात को जिस बगीचे में चल रहे थे, सुहानी घास का स्पर्श कर रहे थे, सुबह देखा तो पुर बगीचा ही गायब हो गया, इस मार्ग पर पानी का इतना तेज़ बहाव था की रिसोर्ट के पुरे बगीचे को साथ बहा के ले गया |
आबू रोड – अम्बाजी मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त पड़ा है, आवाजाही पर भारी प्रभाव पड़ा, सड़के टूटी हुई है, सड़क पर पानी के गड्डे हर दुरी पर बन गये है, सरकार को यह मसला गंभीरता से लेने होगा, माउंट आबू एक पर्यटन स्थल है, जहा पर अम्बाजी होते हुए लाखो सेलानी घुमने आते है, और क्षतिग्रस्त मार्ग की वजह से आबू के पर्यटन उध्योग पर ख़ासा प्रभाव पड़ेगा |
माउंट आबू को दुनिया से जोड़ने वाला, अरावली पहाड़ो से होता हुआ मार्ग आज चट्टानें गिरने की वजह से क्षतिग्रस्त पड़ा है, पर्यटक की सुरक्षा के मद्धेनज़र सेलायो के आबू आने पर रोक लगा दी गुई है |
कल आबू दौरे पर आये विधायक समांराम जी गरासिया ने सरकार से माउंट आबू मार्ग के मरम्मत के लिए 3 करोड़ रुपयों की मांग की है, पिछले दिनों से दिन रात एक कर आर्मी और सी.आर.पी.एफ के जवान क्षतिग्रस्त सड़क को अस्थाई तोर पर ठीक कर वहा के लोकल लोगो का आवघमन फिर शुरू करने में सफलता प्राप्त की है, लेकिन उनका कहना है :
सड़क की मरम्मत की जा सकती है, कमी है संसाधन की अगर, उपरोक्त संसाधन मिल जाये तो आबू में सेलानियो की आवाजाही जल्द ही शुरू हो जायेगी |
“सरकार को अब जल्द ही ठोस कदम उठाने होंगे, राजस्थान के एकमात्र पर्वतीय स्थल माउंट आबू का आवघमन बाधित होने का सीधा सीधा मतलब है, करोडो का नुक्सान |
News Lead: Rikin Agarwal