हाली में हुए पठानकोट में आतंकी हमले ने फिर देश को नाज़ुक मोड़ पर खड़ा कर दिया, जब वीर सिपाही ने खुद की जान की परवाह न करते हुये आतंकियों को ढेर कर दिया, लेकिन इस मुतभेड में भारत माँ को अपने लाल की आहुति देनी पड़ी, और जब यह खबर पुरे भारत में आग की तरह फेली तो भारत वासी इस दुखद घटना के खिलाफ अपना आक्रोश जताने से पीछे नहीं हटे |
एक सेनिक ने तो निहते ही आतंकी का पिछा करते हुए उसे उसीकी बन्दुक से मार गिराया, ऐसे भारत माँ के वीर पुत्रो की शहादत को भारत नमन करता है |
प्रधान मंत्री बन्ने से पहले नरेन्द्र मोदी ने एक टीवी शो के इंटरव्यू में कहा था ‘पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की आवश्यकता है’, क्या मोदी साहब का यह बयान उनकी राजनितिक जीत का एक हथियार था या वो दिल से ऐसा मानते है |
यह बात को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता की बहुत सी खबर सुरक्षा की द्रष्टिकोण से आम जन तक नहीं पहुंचती, और भारत का पाकिस्तान के खिलाफ विनम्र व्यवहार के पीछे कोई ठोस वजह हो लेकिन उस 2 साल की बच्ची का क्या कसूर जिसे अब उसके पिता की गोद नसीब नहीं होगी क्यूंकि उसके वीर पिता शरहद पर अपने देश की रक्षा करते हुए सहीद हो गए, भारत विकास की चरण सीमा पर है लेकिन सीमा पर तेनात हर फौजी का जीवन अमूल्य है उसे किसी पडोसी मुल्क के ना पाक इरादों के हत्ते नहीं चढ़ने दिया जा सकता |
आबूरोड में कल इस घटना के प्रति आक्रोश जताते हुए पाकिस्तान का पुतला फुका गया, शौर्य जाग्रति सेना द्वारा एक रैली का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगते हुए पुतले को जगदीश चौराह तक ले जाया गया जहा पर पाकिस्तान के पुतले को जलाकर आक्रोश जताया गया |
वही दूसरी और कल ही माउंट आबू में भारत माता नमन स्थल पर भा.ज.यु.मो के सदस्यों द्वारा मोमबती जलाकर कर वहा मौजूद नागरिको द्वारा कुछ समय का मौन रखकर पठानकोट में शहीद हुए वीर सिपाहियों को श्रधांजली अर्पित की गयी |