abutimes.com द्वारा नगर पालिका भाजपा बोर्ड के एक साल के कार्यकाल के आकलन के लिए एक ऑनलाइन सर्वे (सर्वे का लिंक) किया गया जिसमे की वेबसाइट के उपभोक्ताओ द्वारा भाजपा के माउंट आबू नगर पालिका बोर्ड के एक साल में उनके द्वारा किये गए कार्यो का आकलन कर 10 में अंक देने थे |
abutimes.com वेबसाइट, फेसबुक पेज, व्हाट्सएप आदि माध्यम से लोगो ने बढ़ चढ़कर इस सर्वे में भाग लिया एवं सभी ने अपने अंक उसके पीछे की वजह के साथ ऑनलाइन अंकित किये, जिसमे सभी अंको को मिलाकर ओसत आया 10 में से 4.6 अंक जो की 50 प्रतिशत से भी कम है |
किसीने आबू के वर्तमान बोर्ड को 10 में से 10 देना भी कम समझा तो किसी ने 0 देने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई, सर्वे के अनुसार ज्यादातर लोगो को वर्तमान बोर्ड के प्रति अपनी उमीदे पुरे न होने के कारण आक्रोश है, जहा एक और किसी ने कहा वर्तमान बोर्ड हर एक त्यौहार व राष्ट्रीय दिवस भव्य तरीके से मनाता है तो दूसरी और लोगो ने कहा यह शिविर व् त्यौहार से आबू का कोई विकास नहीं होगा और यह सब करके बोर्ड व्यर्थ खर्चा कर रहा है |
सर्वे में उपभोक्ताओ द्वारा किये गए कमेंट्स
– 05/10 भाई ईमानदारी से 5/10 मिलते है ये मेरा व्यक्तिगत आंकलन है।
– 08/10 मैंने 10 मै 8 इस दिए लीये दिए इस बोर्ड मै मात्र 7 मिनट मै जन्म प्रमाण पत्र बानाके दिया इस लीये 8 दिये
– 00/10 वजह यह है कि मूल निवासी बनवाना हो या कोई और काम हो कुछ भी काम समय पर नही होता ई मित्र का तो और भी बुरा हाल है सब काम करवाने आबू रोड जाना पड़ता हैै
– 05/10 ABHI BHI KUCH BIGADA NAHI HE VIKASH ( DEVELOPMENT) KE KAI KAAM KAR SAK TE HE HE .
– माउण्ट आबू मे बोर्ड कोई भी हो उस को राजनैतिक से उठ कर कार्य करना चाहीऐ कियो की आबू मे दिन बै दिन पर्यटक का आना कम हो रहा है और पर्यटक पर ही आबू के लोगो का भविष्य है जब तक आबू मे नये टुरिस्ट पोइन्ट नहीं बनेगे और टुरिस्टो को आबू मे नया पन नहीं दिखेगा तब तक आबू का भविष्य कुछ नही होगा इस लिये राजनैतिक से उठ कर आबू के व आबू वाशिन्दो को एक साथ मिल कर हमें टुरिस्टो के लिये और टूरिजम को बडावा देने के लिये आबू मे ऐसे टूरिस्ट पोईन्ट डेवलपमेंट करने पडेगे जिस से आबू मे आने वाला पर्यटक दो चार दिन रुके आबू मे और बोर्ड किसी का भी हो न0 देने से कुछ नहीं होगा कुछ नया होना चाहिये आबू के हित के लिये।
– शिवर लगाने है पर जनता को रहात कहा मिली हा सिर्फ जनता का समय और पैसा बरबाद हुआ है शिवर लगे तो जनता कू कामों का समाधान होना चहिये
– 5/10इस बोड ने जो भी आयोजन किये वो शानदार है शिविर भी समय समय पर लगते रहे है मगर धरातल पर कया कोई मानीटरीग कमेटी की मिटीग हुई कया किसी का नकसा पास हुआ कितने को पटटे मिले आम जन को समाहरो नही समाधान की आवशयकता है
– मोनिटरिंग कमेटी की मीटिंग के आयोजन के लिए divisonal commisioner की जिम्मेदारी बनती है।
बोर्ड इसमें क्या करे जबकि स्वयं चेयरमैन इस कमिटी का सदस्य नहीं।
– यहाँ पर जितने लोगो ने अपनी राय राखी है उन सभी मित्रों से एवं आबू की जनता से विनती है की सोशल मीडिया पे तो आप अपनी निर्भीक राय रख देते हो …आप सभी 5 feb को अपने अपने प्रतिष्ठान को कुछ समय के लिए छोड़ के अधिक से अधिक संख्या में उस स्थल पर पधारे जहाँ पे Monitoring Committee ki बैठक होने जा रही है। अपनी व्यथा एवं कठिनाइयो से साहब को अवगत करावें । इससे समिति पर दबाव अवश्य बनेगा कुछ कार्य करने का थोडा संयमित आक्रोश एवं पीड़ा का भी प्रदर्शन करना चाहिए । सिर्फ सोशल मीडिया पर discuss करने से किसी चीज़ के समाधान की अपेक्षा रखना ठीक नहीं। सभी को सुप्रभात……माँ भारती की जय हो।
– दोस्तों एक साल में किसी भी बोर्ड का आकलन करना उचित नहीं हे 5 वर्ष का कार्य काल होता हे तो ढाई साल का इन्तजार करना चाहिए वेसे में आपको याद दिला दूँ की इस बोर्ड ने आबू वासियों के लिए लाइट पानी की n.o.c. जारी करवाई जो गरीब और अँधेरे में बगैर पानी के आदि मानव की तरह जीवन यापन करने को मज़बूर थे इसलिए जिनके घर में पानी आया पहली बार आप जाकर पहले उनसे नंबर लो ओर जो अँधेरे में जिले के आदि थे वो अब लाइट के प्रकाश में जी रहे हे पहले उनसे नंबर लेकर आओ पहले आबू के सारे अधिकतर रोड और पुलिया टूटी फूटी पड़ी थी अब इस बोर्ड के आने के बाद सही हो गई पहले आबू में बुजुर्गों के टहलने के लिए नक्की के आलावा कोई चारा नहीं था और वो भी बहुत बड़ा राउंड पड़ता था ।जो बुजुर्गों के लिए सम्भव नहीं था अब इस बोर्ड ने पोलो ग्राउंड में बेहद शानदार फूलों से सज़ा मॉर्निंग वाक् पथ तैयार किया जिसमे अब आबू की बेटियां बहने भाई ओर बच्चे बुजुर्ग सुबह शाम को अपने सेहत के प्रति जागरूक हुए हे ।पहले आबू में रात को रोड लाइट मरी मरी जलती थी जलती भी थी तो आधी तो बंद ही रहती थी ।अब इस बोर्ड ने आते ही आबू के उस हर स्थान पर एलईडी लाइट लगवाई हे जहा पहले घुप अँधेरा होने की वजह से रीछ और जंगली जानवरो का भय बना रहता था वहां लोग अब बेख़ौफ़ होकर दिन के उजाले जेसे रात को दो बजे भी अपने घर जा पाते हैं ।इसलिए में आपको ये समझाना चाहता हूँ की बच्चा भी पैदा होते ही मिल्खा सिंह की तरह नहीं दौड़ जाता हे ।उसको भी शुरू में घुटनो के बल चलना पड़ता हे ।फिर वो टाइम के साथ अपना मुकाम हासिल करता हे ।ऐसे ही कुछ टाइम इस बोर्ड को दो ताकि ये भी अपना कोई मुकाम हासिल कर सके ।में ये नहीं कहता की आप इस बोर्ड को 10 में से 10 मार्क्स दो पर कुछ भी मार्क्स देने से पहले इस भाजपा की की कार्य शैली पर ध्यान जरूर देना ।आपकी लिए हमेशा सदैव आपके लिए तत्पर आपका भाई
– Abu needs lot of improvisation and changes yet… Not even a good park with swings available for kids.
– 0.001/10 From 1994 – 2009 &2014 on ward this muncipality is BJP dominated. In these17 years have you develpoed any new recreation or tourist point??? Expect corruption. Why have the Chief Information commissuoner imposed pelenty of lakhs of repees.if peoples problems would have been solved with out predjuice attitude thematter would have not reached the NGT court.where an tainted and corrupt commissioner who is on bail .what can one expect from such muncipality .Marks(in point).