सिरोही | जिला पशु कु्ररता निवारण समिति की बैठक कलेक्टर सभागार में संरक्षक जिला कलेक्टर वी सरवन कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई,जिसमें संयुक्त निदेशक डॉ तेजाराम ,सह निदेशक डॉ इब्राहम अहमद काजी , ने समिति के अधिकार, कर्तव्य व दायित्वों की जानकारी उपस्थित मेम्बरो को दी एवं अध्यक्ष उपेश छंगाणी,सचिव हरीश दवे, कोषाध्यक्ष मनोज जैन,चन्द्रभान मोटवानी व अन्य उपस्थितजनों ने अपने सुझाव देते हुए वर्ष 2004 में गठित जिला पशु कु्ररता निवारण समिति को पुर्नगठित करते हुए जिले पर में इसके क्रियाकलापों का विस्तार करने का संकल्प लिया।
बैठक में अध्यक्ष उमेश छंगाणी ने कहा कि वो मुक पशुओं की सेवा व सार संभाल वर्षाे से करते आए है और अपनी टीम के साथ करते रहेंगे। सचिव हरीश दवे ने बैठक में पॉलिथीन थैलियों के उपयोग पर कडी प्रशासनिक रोक तथा पशुओं के साथ बढती जा रही कु्ररता की शिकायत मिलने पर सरकारी तंत्र से कठोर कार्रवाही की मांग की। सदस्य भूपत देसाई, अमित सिंह दिऑल एवं कोषाध्यक्ष मनोज जैन, रमेश रावल, नरेन्द्र अग्रवाल,नरेश कुमावत, गिरीराज सिंह सिसोदिया,अमर सिंह,भूराराम राठौड, अजित सिंह राठौड ने भी अपने विचार रखे और सभी ने पशु कु्ररता निवारण समिति में प्रशासनिक गाइड लाईन की मांग की,जिस पर जिला कलेक्टर वी सरवन कुमार ने कहा कि पॉलिथीन बैग की थैलियों की रोकथाम के लिए सभी उपखंड अधिकारियों को पाबंद किया जाएगा एवं औचक निरीक्षण कर पॉलिथीन बैग का विक्रय करने वाले तत्वो के खिलाफ सख्ती पूर्वक कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।
इस दिशा में जन जागृति भी जरूरी है तथा व्यापारियों व पॉलिथीन बैग का उपयोग करने वाले जनों से समिति के सदस्य पहले समझाईश कर इनके उपयोग पर रोक लगवा सकते है। जिला कलेक्टर ने यह भी कहा कि नगर परिषद व नगर पालिकाओं के अध्यक्षों व अधिशाषी अधिकारियों से भी एक योजना बनाई जा सकती है,जिसमें व्यापारी से हजार रूपया अथवा निर्धारित शुल्क लेकर लोकल बॉडी उन्हें कपडे अथवा जुट के बैग मुहैया करवा सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि जिला पशु कु्ररता निवारण समिति जिले की सभी गोशालाओं में तहसीलवार टीम बनाकर उनका भौतिक सत्यापन कर पशु पालन विभाग व जिला प्रशासन को वास्तविक वस्तुस्थिति से अवगत कराने की जिम्मेदारी भी ले सकती है। बैठक में सदस्यों ने सवाल उठाए कि जो पशु पालक अपने गोवंश को बेसहारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रो में भटकने को छोडते है और जो गोशालाएं बछडों व सांडों को अनुपयोगी समझ गोशाला में लेने से इंकार करते है उनके खिलाफ भी प्रशासनिक कार्रवाही होनी चाहिए,जिस पर जिला कलेक्टर ने कहा कि समिति के सदस्य बेसहारा पशुओं तथा गोवंश को गोशालाओं में पहुंचा उनका संरक्षण कर सकते है। बैठक कनिष्ठ लिपिक नितेश लाला सिंघवी ने भी पशुओं की पीडी व गोवंश को होने वाली समस्याओं के समाधान में पशु-पालन विभाग की पहल व कंपाउंडर सुनिल शर्मा के सराहनीय कार्याे की जानकारी दी।
जिला पशु कु्ररता निवारण समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले में तहसीलवार सदस्यता अभियान चलाया जाएगा और ज्यादा से ज्यादा पशु प्रेमियों को समिति से जोडक़र तहसीलवार कार्यकारिणी बनाई जाएगी तथा पॉलिथीन बैग के उपयोग को रोकने के लिए सरकारी स्कूलों में सेमिनार व गोष्ठिया रखने के साथ जन जागरण को मुवमेन्ट की तरह चलाया जाएगा।
हरीश दवे,जिला पशु कु्ररता निवारण समिति सचिव
क्षार सूत्र शल्य चिकित्सा शिविर 29 से
संपादक
हरीश दवे, सिरोही