सर्वोच्च शिक्षा के लिए एक बेहतर माहौल अनिवार्य है, बेहतर माहौल से ही शिक्षा अच्छी तरह से ग्रहण की जा सकती है । क्योकि शिक्षा को सही मायने में ग्रहण करने के लिए एक साफ सूथरा और सुरक्षित माहौल बच्चो में पडने की ललक को पैदा करता है लेकिन सिरोही जिले के एक स्कूल ऐसा है जहां बच्चे अपने आप को सुरक्षित नही मानते है ।क्यो सुरक्षित नही मानते है बच्चे आईऐ चलते है आबूरोड ग्रामीण इलाके की एक स्कूल और देखते है कि बच्चे क्यो कहते है कि हमे स्कूल जाने में डर लगता है ।
आबूरोड के उमरणी ग्राम पचायत क्षेत्र में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय दानवाव स्थित है जहां पर कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते है लेकिन या पर अध्यन्न करने वाले बच्चे अपने आप को सुरक्षित नही मानते है क्योकि उनकी स्कूल के नीचे से लगातार पानी का रिसाव हो रहा है और स्कूल के बाहर तालाब से बन गया है । तो सूनिये क्या कहते है बच्चे ।
एक और जहां स्कूल के नीचे रिसने वाले पानी से बच्चे भयभीत है तो वही इस विधालय के कुछ कमरे तो ऐसे भी जहां छतो से प्लास्टर झड रहा है ऐसे में स्कूल के शिक्षक भी भयभीत नजर आते है कि किस समय छत से कुछ गिर जाये ये भी नही कहते है । वही ऐसे माहौल में बच्चे कैसे डर के साये में पडते है भगवान ही जाने
एक और जहां सरकार बडे बडे वादे करती है कि हम शिक्षा के क्षेत्र में इन्फास्टक्चर को मजबूत कर रहे है और बच्चो को बेहतर शिक्षा के साधन उपलब्ध करवा रहे है लेकिन आबूरोड की इस स्कूल को देखकर लगता है कि कैसे इस स्कूल की और किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ध्यान नही देते है ।
जहां शिक्षा के क्षेत्र में निजी शिक्षण संस्थान अपने इन्फास्टकचर को मजबूत और सुन्दर बनाते है जिससे पडने वाले बच्चे को एक अच्छा माहौल मिल सके लेकिन इस विधालय को देखकर आप अन्दाजा लगा सकते है कि क्या हालात है इस स्कूल की |
उम्मीद है सरकार जल्द ही इस खबर के मद्धेनाज़र स्कूल को दुरुस्त करने के ठोस कदम उठाएगी |
संपादक
कमलेश प्रजापत, सिरोही