कैफ़े शिकिबो, माउंट आबू | राजस्थान का एक मात्र पर्यटन स्थल माउंट आबू को 33 करोड़ देवी देवताओ निवास स्थान भी कहा गया है, ऐसा माना जाता है अरावली पर्वतो में आज भी ऋषि मुनि तप करते है, इसी कड़ी में माउंट आबू के साईं भक्त भक्ति और उदारता की एक नयी परिभाषा लिख रहे है, संग्रालय में साईं बाबा के छोटी मूर्ति स्थापित है उसके अलावा माउंट आबू में साईं बाबा का कोई बड़ा मंदिर नहीं है लेकिन साईं भक्ति में लीन प्रशांत वोरा ने नक्की तालाब मार्ग पर स्तिथ उनके कैफ़े (कैफ़े शिकिबो) में पंच धातु से बनी लगभग 4 फीट ऊंची बाबा की मूर्ति स्थापित करी है जहां हर गुरूवार सेकड़ो साईं भक्त एक साथ बाबा की आरती कर अपने अपने घर से लाइ खिचड़ी प्रसाद को लोगो में वितरित करते है |
3 माह से हर गुरुवार मिलते है साईं भक्त
प्रशांत वोरा साईं बाबा के बड़े भक्त है कुछ वर्ष पूर्व वह माउंट आबू से शिर्डी साईं बाबा तक पैदल यात्रा भी कर चुके है, अपनी भक्ति के रंग में और भी साईं भक्तो को रंगने एवं ज्यादा से ज्यादा लोगो को खिचड़ी प्रसाद प्राप्त हो इस मकसद से प्रशांत वोरा हर गुरूवार अपने कैफ़े शिकिबो में साईं बाबा की आरती का आयोजन करते है |
हर गुरूवार हर वर्ग के लोग अपने अपने घरो से खिचड़ी बनाकर लाते है जिससे एक बड़े कढ़ाये में इकठ्ठा किया जाता है उसके पश्चात उसमे केले, आम आदि फल काट कर मिलाये जाते है साथ ही अगर और भी किसी प्रकार का प्रसाद भक्त साथ लाते है उन सब को भी एक साथ इस एक ही कढ़ाये में मिलाया जाता है, बाबा के भोग के बाद नाना प्रकार के प्रसाद को मिलाकर बनी इस खिचड़ी को कैफ़े शिकिबो के बार एक टेबल पर रख नक्की मार्ग से आते जाते आबू वासी व पर्यटकों के बिच बाटा जाता है |
आप भी जुड़े
प्रशांत वोरा के छोटे भाई विकास वोरा जो की कैफ़े शिकिबो पर अपने कॉफ़ी के माध्यम से पर्यटकों को माउंट आबू आना का एक और कारण देते है उनका कहना है जब विदेशी पर्यटक उनके केफे में स्थापित पंच धातु से बनी साईं बाबा की मूर्ति के बारे में जान्ने से पीछे नहीं हटते | विकास वोहरा चाहते है और आबू वासी इस प्रथा से जुड़े ताकि एक कढ़ाये की जगह 10 कढ़ाये प्रसाद इकठ्ठा हो और हजारो लोगो तक यह प्रसाद प्राप्त हो सके |
प्रशांत वोरा ने बताया की दान में आने वाले रुपयों से आरती में आने वाली महिलाओ को गृहकार्य की सामग्री दिलवाई जाती है एवं हर वर्ष सभी साईं भक्त एक साथ शिर्डी बाबा के दर्शन करने जाते है |
आप भी साईं भक्ति का आनंद ले, इस प्रथा से जुड़े, गुरूवार को ठीक दिन में 12 बजे नक्की तालाब मार्ग पर स्थित कैफ़े शिकिबो पर पहुंच कर बाबा की आरती में सम्मलित हो, एवं इस स्वादिष्ट खिचड़ी प्रसाद का आनंद लेवे, आप चाहे तो अपने घर से खिचड़ी बनाकर साथ ला सकते है |
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