मदद पाकर परिवार के चेहरे पर आई मुस्कान – आधार, विकलांग कार्ड सहित पैंसन के दस्तावेज सौपे
आबूरोड। आबूरोड पंचायत समीती के सियावा ग्राम पंचायत में चरणीया फली से 3 किलोमीटर दूर पहाड़ी क्षेत्र में अपने बूढे माता पिता एवं एक बच्चे के साथ रह रही विकलांग महिला सूरता को प्रशासन ने मानवता का परिचय देते हुए उसके आधार, विकलांग, वोटर कार्ड सहित घरेलू सामान दिया। वही तहसील कर्मचारीयो ने सूरता के परिवार के लिये करीबन तीन महिने का राशन का सामान दिया। मद्द पाकर पूरे परिवार के चेहरे पर दिखी मुस्कान। प्रशासन सहित पत्रकारो का जताया आभार।
सियावा ग्राम पंचायत की चारणीया फली के पहाडो पर रह रही एक विकलांग महिला के बारे मे कुछ ही दिनो पहले सरपंच सहित पत्रकारो ने प्रशासन से इसको सरकारी लाभ देने के लिये मांग कि थी। वही तहसीलदार सहित उपखण्ड अधिकारी को अवगत करवाया था कि इस महिला के दोनो पेर नही ळै यह चल फिर नही सकती है जिसके कारण इसके अभी तक आधार कार्ड, वोटर आईडी सहित विकलांगता प्रमाण पत्र नही ने है, इस पर तहसील के कर्मीयो द्वारा 22 अप्रेल को महिला के घर जाकर उसके सभी सरकारी दस्तावेज बनाने कि कार्यवाही प्रारंभ कि गई इसी के तहत शुक्रवार को उपखण्ड अधिकारी अरविंद पोशवाल, तहसीलदार मनसुखराम डामोर व राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी घर का पूरा सामान लेकर विकलांग महिला सूरता के घर पहुंचे व गृहस्थी का सामान भेंट किया जिसमें वह सभी सामान सम्मिलित है जो एक गृहस्थी को चलाने के लिए जरूरी होता है इसमें ओढने, बिछाने के बिस्तर, खाना पकाने के कपडे, खाने पकाने का चार माह का सामान व अन्य जरूरी चीजे सूरता के परिवार को भेंट की गई।
रेल दुर्घटना मे गवाएं थे दोनो पेर
उपखण्ड अधिकारी पोशवाल ने बताया कि दो वर्ष पूर्व एक रेल दुर्घटना में अपने दोनो पेर गंवा चुकी नारकीय जीवन जीने को विवश थी। परंतु पत्रकारो सहित अन्य लोगो द्वारा प्रशासनिक को खबर दी जिसके कारण प्रशासन ने उसकी सुध लेते हुए उसे आवश्यक दस्तावेज व सामान उपलब्ध करवाया। पहली बार सूरता के घर पहुंचने पर तहसीलदार को जब पता चला कि उसके पास अपनी पहचान का कोई प्रमाण नही है तो तहसीलदार ने ई मित्र प्रभारी का अपने साथ ले जाकर सूरता के जरूरी दस्तावेज तैयार करवाए।
तहसील कर्मीयों ने कि मद्द
विकलांग महिला के परिवार कि दयनीय स्थिती देखकर आये तहसील कार्यलय के कर्मचारीयो ने महिला के परिवार के लिये राशन सहित उसके जरूरत के सामान कि व्यवस्था कि। तहसीलदार मनसुखराम डामोर ने बताया कि सियावा निवासी विकलांग महिला के आधार कार्उ सहित अन्य सरकारी दस्तावेज बनाने गये तो देखा कि परिवार बहुत हि दयनीय जीवन जी रहा है, तहसील परिवार द्वारा पलंग, बिस्तर, सहित तीन माह का राशन उसको भंट किया गया।
इनका कहना है
हां मुझे इस विकलांग महिला के बारे मे पत्रकारो से ही सुचना मिली थी, आबूरोड तहसीलदार ने मौके पर जा कर देखा तो वाकई मे महिला का परिवार नरकिय जीवन जी रहा था, हमारे द्वारा इसके सभी सरकारी दस्तावेज बनवा दिये गये है वही इसकी पैंशन भी शुरू करवा दि है। समय समय पर इसकी जांच के लिये तहसीलदार को बोल दिया गया है, अब इसको कोई परेसानी नही आने दी जांयेगी:- अरविंद पोशवाल,उपखण्ड अधिकारी, आबूपर्वत
मै अपने दोनो पेर रेल हादसे मे गंवा बैठी थी, मेरे बूढे मां बाप मजदूरी करके बडी मुस्किल से परिवार को पाल रहे है, आज सरकारी मद्द मिली है, मैं सभी का आभार व्यक्त करती हु: सूरता, पीडीत विकलांग महिला, सियावा
न्यूज़ स्टोरी: लैएक अहमद, आबूरोड