शिवगंज | कलाकृति का शौक जब नशा बन जाये तो बनते है खुसबू जैसे कलाकार, जिन्होंने हाल ही में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कला के क्षेत्र में अपना नाम बनाया है | 24 वर्षीय शिवगंज निवाशी खुशबु कायमखानी को बचपन से ही चित्रकला का शौक था और समय के साथ उनका यह शौक उनका पेशा बन गया | खुशबु के पिता शौकत खान अपनी बेटी के हुनर से खुश ही नहीं बल्कि गौरवान्वित भी है की उनकी बेटी कला के क्षेत्र में जो ख्याति प्राप्त कर रही है उससे उनकी समाज में उनकी बेटी के नाम से भी एक अलग पहचान बन रही है |
कक्षा 11 में चित्रकला को विषय के रूप चुनकर खुस्भु की एक चित्रकार के रूप में शुरुआत हो गयी जो अब उन्हें एक नई पहचान दिला रही है | वे वभिन्न तरह की पेंटिंग करती है जैसे की ग्लास पेंटिंग, स्केच, पोस्टर कलर साथ ही वह किसी भी इन्सान का चेहरे को हुबहू बनाने में भी माहिर है |
खुशबु का मानना है की कला एक ऐसा माध्यम से है जिससे हम अपने हुनर को चार चाँद लगा सकते है आज के दौर में जहाँ लोग डीप्रेशन, टेंसन जैसी परेशानियों में उलझे रहते है वही अगर हम खुद को कला या अन्य क्षेत्रो में व्यस्थ रखे तो हम इन उलझनों से बाहर भी आ सकेंगे और साथ ही हमें जीवन में एक नई राह मिल सकती है |