माउंट आबू, 21 अक्टूबर 21 (संजय अग्रवाल) | आज अल सुबह 5:30 बजे भालुओ के परिवार ने 44 वर्षीय महिला पर हमला कर उसे झख्मी कर दिया, जिसे आनन फानन में ग्लोबल अस्पताल ले जाया गया, उपचार के दौरान पता चली की महिला को कुल चेहरे और सर पर 72 टांके आये है घनिमत रही की महिला की आँख बाख गई लेकिन एक आँख के ऊपर और सर के एक भाग पर भालू के तीखे नाख़ून से महिला बुरी तरह जख्मी हो गई है | हादसे की खबर मिलने पर वन विभाग से राजेश विश्नोई व सवा राम पीड़ित परिवार से मिले एवं उन्होंने बताया की पीड़ित परिवार को वन विभाग द्वारा मुआवजा दिलाया जायेगा |
माउंट आबू के तौरना गाँव में स्थित स्वामी नारायण स्कूल के निकट सड़क पर हुआ हमला, सुबह 5:30 बजे हिरी देवी पत्नी देवी सिंह उम्र 44 एक और महिला के साथ मवेशी का दूध निकालने जा रही थी की पीछे से 2 बड़े भालू और 2 भालू के बच्चे आ रहे थे, जैसे ही भालू ने महिला पर हमला किया एक महिला दूर भागने में कामयाब हो गई लेकिन हिरी देवी खुद को भालुओ के झुंड से न बचा सकी | तौरणा के सड़क पर जिनके घर के बाहर यह हमला हुआ वे महिला की चीख सुनकर बाहर निकले और चिलाकर भालुओ को भगाया |
कचरा न उठना और रोड लाईट की कमी के कारण बढ़ा खतरा
मौके पर पहुँचने पर लोगो ने हमें बताया की तौरणा की दूसरी तरफ डंपिंग यार्ड से भालू तौरणा की तरफ आते है, तौरणा में नगर पालिका की कचरा संघ्रहण गाडी नहीं आती है जिसके कारण सड़क किनारे कचरा पड़ा रहता है और उसी के चलते भालू अपना रुख तौरणा की ओर करते है |
वही सड़क पर केवल एक छोटी लाईट होने कारण सड़क पर अँधेरा रहता है, आवश्यकता है की पर्याप्त रोडलाईट सड़क पर लगाई जाये ताकि अँधेरे में भालू न छुपे |
लगातार हो रहे हादसे, प्राकर्तिक आपदा कहकर पाला झाड़ते जिम्मेदार
माउंट आबू में आये दिन हादसे हो रहे है, कुछ दिन पहले मुख्य सड़क पर गड्ढा हो गया जिसके कारण 2 दिन तक सड़क बंद रही और पर्यटन प्रभावित हुआ इसकी चेतावनी एक वर्ष पूर्व आबूटाइम्स द्वारा लाइव विडियो कर दी गई थी फिर भी किसी ने ध्यान नहीं दिया | और हाल ही में सड़क किनारे पड़े बिजली के तार की चपेट में आने का कारण 2 व्यक्तियों ने अपनी जान गवा दी और आज भालुओ के हमला का शिकार एक महिला को होना पड़ा |
इन सभी हादसों को देखे तो इसमें अधिकारीयो की लापरवाही और जनप्रतिनिधि की चुप्पी नज़र आती है, समय रहते अगर सभी विभाग को सुनिचित किया जाये की शहर में किसी भी विभाग द्वारा कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिये अन्यथा उस पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी और जनप्रतिनिधि को अपनी आवाज़ बुलंद कर यह सुनिश्चित करवाना होगा की प्रशाशन किसी तरह की कोई लापरवाही न करे |