विभिन्न समाजों की निकली शौभायात्राएं,भजनों में डूबे श्रोता,महाप्रसादी का हुआ आयोजन
सिरोही। शहर में शनिवार को विश्वकर्मा जयंति के अवसर पर कामगार जाति स्वर्णकार सुथार, माली व कंसारा का दिन भक्ति व आस्था के नाम रहा और इन समाज में समाज में मुरलीधर मंदिर, विश्वकर्मा मंदिर, रूपछत्र भगवान मंदिर व हनुमान मंदिर में दिन भर धार्मिक आयोजन होते रहें व शाम को समाजबंधुओं ने शौभायात्रा निकाली।
विभिन्न समाजों की अपने इष्ठ देव की शौभायात्राएं निकली,जिसमें महिला, बुजुर्ग, युवा,बच्चे तथा बालिकाएं गरबा व मधुर संगीत पर नृत्य करती नजर आई साथ ही जगह जगह सुंदरकांड पाठ का भी आयोजन किया गया। रात्रि में स्थानीय अशोक कोलोनी स्थित बालाजी मंदिर परिसर में श्रीराम सुंदरकांड पाठ समिति के तत्वावधान में संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया,जिसमें सैकडों की संख्या में भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई उसके बाद भक्तों ने भोजन प्रसादी भी ग्रहण की।
भाटकडा में मनाया हनुमानजी का वार्षिक मेला
वहीं शनिवार को भाटकडा स्थित हनुमानजी मंदिर माली समाज का वार्षिक मेला धुमधाम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर भाटकडा से रामझरोखा मैदान व मुख्य मार्गाे से शौभायात्रा मुख्य बाजार, शाहजी की वाडी होते हुए पुन: हनुमान मंदिर पहुंची और महाप्रसादी का वितरण हुआ। शौभायात्रा में समाज के नर-नारी बाजे-गाजे के साथ झूम रहें थे एवं रात्रि में मंदिर परिसर में समाज के बंधुओं ने चढावे बोले व समाचार लिखे जाने तक स्थानीय कलाकार भजनों की स्वर लहरियां बिखेर रहे है।
गाजे-बाजे के साथ निकली भगवान विश्वकर्मा की शोभायात्रा
इसी तरह विश्वकर्मा वंश सुथार समाज की ओर से शनिवार को विश्वकर्मा जयंती पर शोभायात्रा निकाली गई। दोपहर को सुथार वास से ढोल-ढमाकों के साथ शोभायात्रा शुरू हुई। जो शहर के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए पुन: मंदिर परिसर जाकर विसर्जित हुई। शोभायात्रा में विश्वकर्मा की झांकी आकर्षण का केंद्र रही, जहां-जहां से भी शोभायात्रा निकली वहां शहरवासियों ने भगवान का दर्शन-पूजन किया।
बैंडबाजों की सुमधुर स्वर लहरियो व डीजे पर श्रद्धालु नाचते-गाते हुए चल रहे थे। वहीं युवक भगवान श्री विश्वकर्मा के जयघोष लगाते चल रहे थे। सुबह मंदिर में गणपति स्थापना के साथ धार्मिक कार्यक्रम शुरू हुए। भगवान श्री विश्वकर्मा की महाआरती हुई। इस मौके भगवान की प्रतिमा पर आकर्षक श्रृंगार किया गया था। इसके पश्चात विभिन्न आयोजन के लिए चढ़ावे बोले गए। दिनभर विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए। शाम को महाआरती हुई। प्रसादी वितरण में श्रद्धालुओं ने बढ़चढक़र हिस्सा लिया।
मुरलीधर की शौभायात्रा में झूमे भक्तगण
इसी तरह शनिवार को शहर में मूरलीधर की रंगभरी शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में सोनी समाज व श्रद्घालुओं ने हिस्सा लिया। दोपहर सोनारवाडा मूरलीधर मंदिर परिसर से शुरू हुई जो शहर के विभिन्न मार्गाे से निकली शोभायात्रा में गुलाल से सराबोर मूरलीधर के जयकारे लगाते और नाचते-गाते श्रद्धालु चल रहे थे। शोभायात्रा जितनी आगे बढ़ रही थी भक्तो की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही थी। शोभायात्रा मूरलीधर मंदिर पर पहुंचकर समाप्त हुई।