आबूरोड (सिरोही). गुजरात में राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को शायद क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है, ऐसे में बाड़ेबंदी का दौर भी शुरू हो गया है | जिसके बाद राजस्थान एक बार फिर बाड़ाबंदी के लिए मुख्य जगह बनकर उभरा है, जिसके तहत सिरोही के आबूरोड स्थित एक निजी रिसोर्ट में 22 विधायकों को ठहराया गया है |
गुजरात में 19 जून को 4 सीटों के लिए राज्यसभा के चुनाव हैं. ऐसे में बाड़ेबंदी का दौर भी शुरू हो गया है. गौरतलब है कि चुनाव से पहले ही गुजरात के 3 विधायकों ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का दामन थामा है. ऐसे में कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी की गई है. गुजरात से 22 विधायकों को राजस्थान-गुजरात सीमा पर स्थित आबूरोड के एक निजी रिसोर्ट में रोका गया है |
हालांकि, यहां रुके विधायकों का कहना है कि वे सिर्फ घूमने आए हैं. वहीं राजनीतिक जानकार बता रहे हैं कि गुजरात के कांग्रेस के विधायकों का बाड़ाबंदी कर यहां रुकवाया गया है. वहीं लॉकडाउन में रिसोर्ट में विधायकों के रुकने पर भाजपा ने रोष जताया है. पालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल के नेतृत्व में भाजपा के पदाधिकारी रिसोर्ट पहुंचे और विरोध किया |
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस उपाधीक्षक प्रवीण कुमार सेन, आबूरोड थाना अधिकारी आनंद कुमार, शहर थाना अधिकारी अनिल कुमार मौके पर पहुंचे और मौके का निरीक्षण कर वापस लौट गए. गुजरात से आए विधायकों में चंदन ठाकोर, भरत ठाकोर, गनीबेन ठाकोर, शिव भाई भूरिया, गुलाब सिंह राजपूत कांति खराडी, सीजे चावड़ा, बलदेव ठाकोर, ऋत्विक मकवाना, राजेश गोहिल, महेश पटेल, राजेंद्र सिंह ठाकोर, अश्विन कोटवाल वजेसी पणदा, जसू भाई पटेल, नौशाद सोलंकी, लख भाई भरवाड, नाथा भाई पटेल, सुरेश पटेल, किरीट पटेल, शैलेश परमार व हिम्मत भाई पटेल शामिल हैं |