हाल ही में गुरुशिखर को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की खबर से सरकार ने अपने वोट बैंक को लुभाने के लिए इसे एक खुस खबरी के तौर पर प्रस्तुत कियाabutimes.com है और अगर ऐसा होता है तो बेशक आबू वासी व पर्यटकों दोनों के लिए ही यह एक बड़ी खबर होगी |
लेकिन सवाल यह उठता है की सालो से बेहाल पड़ी आबू के मुख्य मार्ग की सड़के जो अभी तक दुरुस्त न की जा सकी जिस पर शायद कुछ हज़ार का खर्चा हो जब वो कार्य अभी तक सरकार करने में नाकाम रहीabutimes.com है तो क्या 300 करोड़ की लागत से तल्हेटी से गुरुशिखर तक 41 किलोमीटर के राष्ट्रीय राज्यमार्ग का यह सपना सच होगा ?
6 जनवरी 2017 को इस संदर्भ में जब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सहलाकार एवं सम्बंधित विभागों की सामूहिक बैठक होगी तब आबू के प्रशासन की सड़क व्यवस्था की कार्यशेली पर भी सवाल उठेंगे | पिछले वर्ष 26 जुलाई 2015 को भारी बारिश के चलते माउंट आबू को दुनिया से जोड़ने वाली एक मात्र सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी थी तो उसे जोड़ने में महीने लग गए थे और वो भी तब मुम्किम हुआ जब आर्मी सी.आर.पी.एफ केabutimes.com जवान आगे आये |
बात करे दुसरे देशो की जैसे की जापान या इत्यादि जो भूकंप जैसी विशाल त्रासदी के बावजूद कुछ महीने नहीं बल्कि कुछ दिनों में सभी मार्ग दुरुस्त कर देते है वही केंद्र, राज्य व आबू में भाजपा की सरकार होने के बावजूद माउंट आबू मार्ग abutimes.comको दुरूस्त करने में महीने लग गए |
आबुरोड में जगह जगह स्पीड ब्रेकर्स बने हुए है जिसके पहले कोई ज़ेबरा क्रासिंग की मार्किंग नहीं है, सड़क के ही रंग के यह स्पीड ब्रेकर्स अंत तक नहीं दीखते और जिसके वजह से आए दिन कई हादसे होते रहते है, जालोर-सिरोही के सांसद श्री देव जी भाई पटेल ने आबूटाइम्स के इंटरव्यू में आश्वासन दिया था की आबूरोड ही नहीं बल्कि पूरे सिरोही जीले की सड़को को दुरुस्त किया जेयेगा एवं स्पीड ब्रेकर्स के आगे ज़ेबरा क्रासिंग लगवाएabutimes.com जायेंगे लेकिन देवजी भाई पटेल का यह वादा नेताओ के वादे के सामान नज़र आता दिख रहा है जो कि कभी जी हा कभी नहीं पुरे होते |
देलवाडा, ज्ञानसरोवर की क्षतिग्रस्त सड़क
इतिहाश की किताबो में दर्ज देलवाडा जैन मंदिर विश्व प्रसिद्ध है, पत्थरो में कारीगरों की अति सुन्दर निकासी देखते ही बनती है लेकिन देलवाडा तक पहुँचने वाला मार्ग प्रशाशन की अपने कर्तव्यों के प्रति जिमेदारिया न निभाने की निकासी को दर्शाता है !
शहर का सबसे व्यस्थ एवं मुख्य मार्ग गढ़ों से भरा
चाचा इण म्यूजियम चौराह शहर का सबसे जाना माना स्थल है एवं आबू वासी हर दिन न जाने कितनी बार इस मार्ग पर चलते होंगे लेकिन इस मार्ग में पड़े बड़े बड़े घड़े हादसों को दस्तक दे रहे है, क्या प्रशाशन कोई बड़े हादसे होने का इंतज़ार कर रहा है ?
– क्या यह सड़क किसी बड़े हादसे के होने से पहले दुरुस्त कि जाएगी ?
– महीनो से टूटी यह सड़को की मरम्मत में आखिर इतनी देरी क्यों ?