चांदी जेसे चमकदार धातू की है मृर्ति
आबूरोड। मृत बालिका को नदी मे दफन करने के दौरान चांदी जैसी धातु की शिव भगवान की मूर्ति निकली। मृत बालिका के अंतिम संस्कार के बाद मूर्ति घर ले जाया गया। मूर्ति के दर्शन करने को उमडी भीड। पूराने लोगो सहित जानकारो ने इसे प्राचीन मृर्ति बताया। इस बारे पुलिस को सूचना दी गई। मंदिर बनाकर करेगें मृर्ति की प्राण प्रतिष्ठा।
शहर के जूनी खराड़ी निवासी भेराराम मेघवाल की नवजात बालिका की मौत हो गई। परिजन व समाजबंधु बालिका को दफनाने के लिए नदी में पहुंचे। बालिका के चाचा शंकरलाल मृत नवजात को दफनाने के लिए गड्ढा खोदने लगे उसी दोरान गड्ढे के अंदर से उन्है चमकदार वस्तू दिखाई दी उन्होने इसकी जानकारी अपने साथ आये परिजनो व लोगो को दी सभी ने मिलकर गड्ढे को ओर खोदा तो देखा कि एक चंादी जेसे धातू कि शिव भगवान कि मृर्ति है, उन्हेाने मृर्ति को वहां से निकालकर मृत बच्ची का अंतिम संस्कार किया व सभी से सलाह कर मृर्ति को घर ले गये।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर शारीरिक प्रमुख कपिल मेघवाल के निर्देश पर चांदी जैसी धातु की मूर्ति को शिवराम के घर लाया गया। इस बारे में पुलिस को सूचना दे दी गई। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के जालोर-सिरोही कुटुम्ब प्रबोधक अशोक चतुर्वेदी के अनुसार सर्व हिन्दू समाज द्वारा मंदिर का निर्माण करवाया जाएगा। इस मंदिर में करीब पांच किलोग्राम वजन की व एक फुट ऊंचाई की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
प्राचीन है मूर्ति
मृर्ति मिलने पर शहर सहित समीप के इलाको से भक्त दर्शन को पुहंचे, पुराने व जानकार लोगो ने मूर्ति को देखने के बाद बताया कि यह मृर्ति बहुत ही दुर्लभ है, यह प्राचीन काल कि लगती है, शायद पिछली बार आई बारिस व तेज बहाव से आई नदी मे यह बह कर आ गई होगी वही नदी मे हो रही बजरी खनन के दोरान यी ऊपर आ गई है।
मंदिर बनाकार करेगें प्राण प्रतिष्ठता
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के जालोर-सिरोही कुटुम्ब प्रबोधक अशोक चतुर्वेदी ने बताया कि नदी से मिली प्रचाीन शिव भगवान कि मृर्ति का जल्द ही मंदिर निर्माण कर मृर्ति कि प्राण प्रतिष्टता का आयोजन किया जायेगा। जिसमे शहर सहित अन्य जगहो से साधू संतो को बुलाकर विधी विधान के साथ समारोह आयोजित किया जायेगा।
न्यूज़ स्टोरी
लैएक अहमद