माउंट आबू | वर्तमान में माउंट आबू में सभी तरह की मरम्मत सामग्री को नाका पार नहीं करने दिए जा रहा, चेकिंग कर सभी तरह की निर्माण सामग्री पर रोक लगा दी है, यहाँ तक की फाइबर शीट, लोहे के शटर जैसी सामग्री भी रोकी जा रही है | आज इन समस्याओ को लेकर वर्तमान नगर पालिका पार्षद सौरव गांगडीया व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश थिंगर की अध्यक्षता में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौपा गया जिसमे निर्माण सामग्री परिवहन को सुचारू व किन सामग्री पर रोक है उसे स्पस्ट करने को आवदेन किया गया |
प्रातः सौपे गए ज्ञापन के बाद कुछ ही समय में यह मुद्दा राजनीती की भेट चढ़ गया जब टोकन समाप्त करने का व्यादा कर चुकी कांग्रेस सरकार के पार्षद ने सौरव गांगडीया पर आरोप लगाया की “जिनके ख़िलाफ़ कल भ्रष्टाचार का आरोप स्वयं ने लगाया उनके साथ आज ज्ञापन दिया” |
चुनाव के पहले पूर्व रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने कहा था टोकन प्रक्रिया को करेंगे समाप्त
नगर पालिका बोर्ड बनने से पहले मंच से व्यादो की झड़ी लगते समय रतन देवासी ने एलान किया थी की कांग्रेस का बोर्ड बनते ही कुछ ही महीनो में टोकन प्रक्रिया को समाप्त कर दिया जायेगा व एक पत्र लिख कर सुचना देनी होगी, जो की आज तक मुमकिन नहीं हुआ |
लाइव इंटरव्यू / डीबेट पर आने से किया इनकार
आज के इस मुद्दे पर आबूटाइम्स द्वारा चार व्यक्ति विशेष सौरव गांगड़िया, सुरेश थिंगर, नवनीत बंसल व नारायण सिंह भाटी को वर्चुअल इंटरव्यू/डिबेट के लिए जुड़ने को कहा, लेकिन नवनीत बंसल द्वारा हमारी इस मुद्दे पर तैयारी नहीं है यह कहकर उन्होंने इस डिबेट से कन्नी काट ली |
नवनीत बंसल व नारायण सिंह भाटी ने प्रेस नोट जारी कर जारी किये ब्यान:-
जिनके ख़िलाफ़ कल भ्रष्टाचार का आरोप स्वयं ने लगाया उनके साथ आज ज्ञापन दिया, अपनी दोहरी नीति को स्पष्ट करे होटेल असोसीएशन के सचिव
कोंग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी व प्रवक्ता नवनीत बंसल ने आज संयुक्त बयान जारी किया ।
उन्होंने कहा कि गांगड़िया दोहरी भाषा बोलते है । इस आबू में निर्माण में समय समय पर रुकावट एक ही व्यक्ति गांगड़िया की वजह से है । अगर इतनी चिन्ता गांगड़िया को थी तो हाल ही हुई बोर्ड की बेठक में प्राथमिकता से यह मुद्दा क्यू नही उठाया । तब तो क़िस्सा हिसाब व हिस्सा का चल रहा था।होटेल एसोसीएशन के सचिव का यह दोहरा माप दंड इन बड़े लोगों का देखिए | टोकन रोकने वाले भी इसके सदस्य व ज्ञापन देने वाले इसके सचिव यह आमजन की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है । भाटी व बंसल ने बताया की टोकन आदि की आबुवासियो की समस्या को विधायक संयम लोढ़ा ने विधानसभा में उठाया था । जिस पर राज्य सरकार ने शानदार निर्णय जनहित में लिया था ।
सरकार ने उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में समिति का घटन किया और प्रभारी मंत्री ने एकल खिड़की का उदघटान किया था । सरकार ने व्यवस्था दी थी की 15 दिन में टोकन जारी करने होंगे नही तो व्यक्ति को सामग्री लाने का अधिकार होगा पारदर्शिता होती व क्रम संख्या का भी ध्यान रहता । क्या यह जनहित में नही था । तब अपने व्यक्तिगत स्वार्थ व पारिवारिक लड़ाई में पिछले दरवाज़े से स्वयं के टोकन जारी हो इसलिए पूरे शहर के आमजन के कार्यों को अटका दिया ।
तब क्यू नही बोले गांगड़िया रोड़ा अटकाने वाले वही लोग है जिनके कार्यों के लिए गांगड़िया नगरपालिका में कहते है । इस पर गांगड़िया को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए ।
इधर कुछ दिन पूर्व स्थानीय पत्रकार को दिए साक्षरता में गांगड़िया ने जिस भाजपा बोर्ड पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था उसी बॉर्ड के अध्यक्ष सुरेश थिंगेर के साथ ज्ञापन देने गए ।
इसे क्या समझा जावे ? क्या यह एक मज़ाक़ चल रहा है । गांगड़िया उस समय भाजपा मण्डल अध्यक्ष भी थे ।
होटेल असोसीएशन के सचिव गांगड़िया व उनके सदस्य जिन्होंने समय पर टोकन मिलने की पारदर्शी कार्यवाही पर रोड़ा डाला है उन्हें आबू के आमजन से माफ़ी माँगनी चाहिए ।