मूल्य दरकिनार करने से नष्ट होती ऊर्जा
माउंट आबू, 16 जनवरी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि मूल्यों को दरकिनार करने से मानसिक व बौद्धिक ऊर्जा नष्ट होती है। साधना के परिणामस्वरूप ही आध्यात्मिक भावनाओं को अभिव्यक्त किया जा सकता है। संरक्षणशील एकाग्रनिष्ठा व्यक्ति के आध्यात्मिक विकास को पोषण प्रदान करके उसे तीव्र बनाती है। यह बात उन्होंने शनिवार को प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अंर्तराष्ट्रीय मुख्यालय पाण्डव भवन में तपस्यास्थलों का अवलोकन के बाद आयोजित कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि अंतद्वंद्व के कारण लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाने में मुश्किल अनुभव होता है। वास्तविक व गहरी प्रेरणा का धरातल मजबूत न होने की स्थिति में निश्चित उद्देश्य भी स्पष्ट नहीं होते जिससे कार्य अधूरे रह जाते हैं।
राजस्थान ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने कहा कि संस्कारवान प्रवृत्तियों वाले लोग अपवादों में समय गंवाने के बजाए जनकल्याण के कार्यों को निष्ठापूर्वक मूर्तरूप देने में अग्रसर रहते हैं।
ब्रह्माकुमारी संगठन के खेल प्रभाग की राष्ट्रीय संयोजिका बी. के. शशि ने कहा कि किसी भी कार्य की सफलता को मनोस्थिति हर दृष्टि से विवेकशील होनी चाहिए।
ग्लोबल अस्पताल निदेशक डॉ. प्रताप मिढ्ढा ने कहा कि जीवन के लक्ष्य व मार्ग के संबंध में स्पष्ट धारणा होनी चाहिए। विचारों व क्रियाओं में अनिश्चित, अस्पष्ट व धूमिल बनने से कभी प्रगति नहीं होती है।
मुख्यमंत्री के पाण्डव भवन पहुंचने पर क्षेत्रीय विधायक समाराम गरासिया, बी.के. शशि बहन, ग्लोबल अस्पताल निदेशक डॉ. प्रताप मिढ्ढा, शिक्षा प्रभाग उपाध्यक्ष बी. के. मृत्युजंय, राजयोग प्रशिक्षिका बीके. शीलू बहन, बीके. अशोक गाबा, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष ईश्वरचंद डागा समेत विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री ने संगठन संस्थापक प्रजापिता ब्रह्मा बाबा की समाधिस्थल शांति सतंभ पर जाकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए व शांतिस्तंभ पर अंकित विश्व शांति एवं मानवीय एकता के लिए प्रजापिता ब्रह्मा बाबा द्वारा उच्चारित महावाक्यों की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने बाबा की तपस्यास्थली कुटिया, हिस्ट्री हॉल आदि का अवलोकन किया।