माउंट आबू, बायलॉज के एकमात्र विषय को लेकर स्थानीय नगर पालिका की गुरुवार को नगर पालिका पुस्तकालय में उपाधयक्ष अर्चना दवे की अधयकक्षता में आयोजित बैठक एकबार फिर से शोर-शराबे एवम् हंगामें को लेकर फिर से स्थगित हो गई।
गौरतलब है कि, नगर पालिका की बायलॉज के साथ अन्य विषयों को लेकर के पिछले 13 अप्रैल माह को बैठक भी पालिका सदस्यों के दवारा भ्रषटाचार के आरोप-प्रत्यारोप को लेकर नगर पालिका की बैठक स्थगित हो चुकी है, बस उसी की पुरावृति एकबार पुनः हो गई |
बैठक के पूर्व में राज्य सरकार के दवारा मनोनीत पार्षद चार सदस्यों हेमराज माली “जयप्रभु” दान सिंह परमार, जगदीश डाढ, देवीलाल का परिचय सदन के सदस्यों से करवाया गया |
आज की आयोजित बैठक में भी पालिका सदस्यों ने शहरभर में जलदाय विभाग के दवारा अधिकृत ठेकेदार के माध्यम से पाइप लाइन को बिछाने के बाद में किए जा घटिया निर्माण कार्य लेकर के सदन में हंगामा किया । व् ठेकेदार के मनमाने रवैए के प्रति वस्तुस्थिति प्रस्तुत की | पालिका पार्षद सुनील आचार्य ने रोष व्यक्त करते हुए सदन को बताया कि, माउंट आबू में पहले जहाँ पर डामर रोड थे और आज वहाँ पर पाइप लाइन बिछ जाने के बाद में केवल सीमेंट की नाम मात्र की कारी लगाकर के “टाट के पैबन्द” लगाने की औपचारिकता पूर्ण की जा रही है। जो डामर के मजबूत रोड को बदसूरत बनाने के साथ में पुरे शहर में होने वाले जीवन्त उदाहरण है । भविष्य में इसी घटिया निर्माण की वजह से फिर से मार्ग क्षति्ग्रस्त होंगे । और दुबारा से रोड बनाने को लेकर जनता का पैसा व्यर्थ के कार्यो में लगेगा।
इसी क्रम में नक्की लेक मार्ग पर फिर से अव्यवस्थित रूप में हॉकर्स को जगह देने से मुख़्य मार्ग के फिर से बाधित होने की समस्या सदन में उपस्थित अधिकांश सदस्यों ने उठाई । सदस्यों ने सदन को बताया कि, नक्की लेंक मार्ग पहले ही एकतरफा हॉकर्स के कारण से ट्रैफिक के लिए चिंताजनक था | और दूसरी तरफ भी हॉकर्स के आ जाने मुख़्य मार्ग अब पूरी तरह से दौतरफा अवरुद्द हो गया है | इसलिए हॉकर्स को वव्यवस्थित रूप में दुबारा से स्थान दिए जाने की आवश्यकता है | इसी क्रम में कही से स्केटिंग रिंग के पास में अवैध् रूप में पालिका से लाए गए केबिन को दुबारा उसी हटाए गए स्थान पर लगाने पर सदन में खूब शोर शराबा हुआ और पालिका की बायलॉज के विषय को लेकर आहूत बैठक दुबारा ही अपने तय लक्ष्य से भटककर अन्य मुद्दों पर आकर के फिर से ही अन्ततः स्थगित हो गई । व् दुबारा से एक बार फिर से ही ” माउंट आबू के बायलॉज” “बायपास”” हो गए |