प्रथम मेगा विधिक चेतना व लोक कल्याणकारी शिविर का आयोजन
शिविर मे 41 लाख 88 हजार से रूपये के बांटे चेेक
आबूरोड। न्याय तंत्र सुदृढ़ व मजबूत रहने से लोकतंत्र सुरक्षित है। न्यायाधीश का कार्य न्याय करना है और न्यायिक कार्यो में पूरी निष्ठा व ईमानदारी से न्याय दिलाने का कार्य अधिवक्ता का होता है। वही जनहित सेवा कार्यो को करने मे अन्तर मन को सुख मिलता है। उक्त उद्गार जयपुर हाईकोर्ट के न्यायाधिपति रफीक खान ने कृषि मंडी के किसान भवन में आयोजित प्रथम मेगा विधिक चेतना व लोक कल्याणकारी शिविर को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहां कि न्यायपालिका सरकार की योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का भी कार्य करती है। न्यायपालिका द्वारा 3 साल पहले बाल विवाह रोकने के लिए चलाए गए अभियान सफल हुआ है। ऐसे अभियान से लोग जागरूक हुए है और बाल विवाह जैसी कुरीतियां कम हुई है। वहीं जिले में न्याय प्राधीकरण के सहयोग से पेरा लीगल वारंटर का चयन किया गया है जिससे लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सके। लीगर वारंटरो द्वारा घर घर जाकर पात्र परिवारों को चिंहित कर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाता है।
उन्होंने कहां कि शिविर में सभी विभागों द्वारा पात्र परिवारों को चयन कर उन्हें नकद राशि के चैक के साथ बालिकाओं को साईकिल, श्रवण यंत्र, दुर्घटना में मृत्यु परिवारों को चैक, पेंशन योजना, शौचालय निर्माण जैसी अन्य योजनाओं का लाभ दिया गया जों सराहनीय है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला व सेशन न्यायाधीश प्रकाशचंद पगारिया ने कहां कि शिविर के माध्यम से असहाय, गरीब, मूलभूत सुविधाओं सें वंचित लोगो को लाभ दिलाया गया है। न्यायपालिका ने लंबित प्रकरणों का निस्तारण किया है वहीं मानवीय मूल्यों की संवेदना, कुरीतियो के उन्मूलन अपनी भूमिका निभाई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया ने कहां कि इस शिविर के माध्यम से लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। आपदा से मृत्यु, छात्रवृति, पेंशन योजना, इंद्रा आवास योजना सहित अन्य ऐसी सरकारी योजनाए है जिनका लाभ आमजनता को मिल रहा है। अतिरिक्त जिला कलक्टर पी.एस. नागा ने कहां कि इस शिविर में विकलांगो को ट्राई साईकिल वितरित की गई है। इस शिविर में 512 साईकिलो का वितरण किया गया है। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य आमजनता तक लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी पहुंचाने का है। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी अविचल चतुर्वेद्वी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निर्मला विश्नोई, कार्यकारी अधिकारी वी.सी. गर्ग, अरूण परसरामपुरिया, विकास अधिकारी मनहर विश्नोई, अधिशाषी अधिकारी सतीश शर्मा,ब्लाूक समन्यवक विरेन्द्र त्रिवेदी,पालिका अधिशाषी अधिकारी सतीश शर्मा, सहित न्यायिक अधिकारी, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंच संचालन अधिवक्ता अवधेश देवल ने किया।
यह हुये लाभविंत
किसान भवन में आयोजित लोक कल्याणकारी शिविर में आपदा में मृत्यु हो जाने पर शंकर पुत्र चतराराम गरासिया की पत्नि व पुत्री की मृत्यु हो जाने पर 4-4 लाख के चैक वितरित किए। वहीं फताराम पुत्र बाबूराम की पत्नी की मृत्यु पर 4 लाख, राजकी निवासी मुदरला को 4 लाख, बाबली पत्नि रायडा गरासिया की पत्नी की मृत्यु पर 4 लाख, मीठी बाई उदयपुर की सडक दुर्घटना में मृत्यु होने पर विधिक सेवा प्राधीकरण के तहत 3 लाख का चैक, टीपू देवी डूंगरपुरा को दहेज प्रताडना में मृत्यु होने पर 1 लाख, रघुनाथराम की मृत्यु पर 1 लाख की नकद आर्थिक सहायता का चैक हाईकोर्ट न्यायाधीश रफीक खान ने दिया।
शिविर में ट्राई साईकिल का वितरण किया गया जिसमें जोगाराम वेलांगरी, नारायण सिंह, देवेन्द्र जैन, अर्जुन सिंह, दिव्या कुमारी सहित अन्य को ट्राई साईकिल दी गई। वहीं दिव्या व खुश्बू पुत्री हीरालाल को कान में सुनने के लिए श्रवण यंत्र दिए गए। शिविर में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को रोडवेज में यात्रा के दौरान रियायत देने के लिए स्मार्ट कार्ड भी जारी किए।