माउंट आबू | नगर भाजपा मंडल माउंट आबू ने की प्रभारी मंत्री से मुलाकात, मंत्री ने दिया भरोसा ” नहीं लगेगा वन विभाग का नाका, माउंट आबू वन विभाग के स्थानीय अधिकारी डी.एफ.ओ की तुगलकी फरमान की माउंट आबू में यात्री कर नाका लगाया जायेगा को लेकर माउंट आबू भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों पधाधिकारियो सहित स्थानीय निवासियों ने आज एक प्रतिनिती मंडल के रूप में सिरोही जीले प्रभारी मंत्री बनने के बाद पहली बार आये राजस्थान के चिकत्सा एवं स्वास्थ मंत्री राजेंद्र सिंह राठौर को एक अनुरोध पत्र सोपा | नगर मंडल अध्यक्ष इश्वर चंद डागा ने राठौर को बताया की 7 मई को एक समाचार पत्र में वन विभाग के डी.एफ.ओ श्रीवास्तव के माध्यम से प्रकाशित खबर ने माउंट आबू के व्यवसइयो, स्थनीय निवासियों और पर्यटन से जुड़े लोगो के दिमाग में एक भूचाल सा ला दिया है | राजस्थान की मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे ने ही 2008 में माउंट आबू नगर पालिका क्षेत्र एवं पंचायत क्षेत्र को वन्य जीव अभ्यारण से मुक्त करवा दिया था | वर्तमान में आबू पर्वत नगर पलका क्षेत्र व पंचायत क्षेत्र में एको सेंसिटिव जोन घोषित किया हुआ है |
डागा राठौर उन्हें बताया की राजस्थान व गुजरात का एक मात्र पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू धार्मिक एक शेक्सनिक स्थल है, लाखो पर्यटक गति वर्ष यहा आते है, यहा के लोगो की आजीविका पर्यटकों पर ही निरभर है, यदि वन विभाग द्वारा वन्य जीव अभ्यारण के नाम पर पर्यटकों से अवेध वसूली के लिए वन विभाग द्वारा नाका लगाया जाता है तो पर्यटकों की आव जाहि पर बहुत विपरीत असर पड़ेगा साथ ही पर्यटकों का आना भी बंद सा हो जायेगा जिससे यहा के लोगो की स्थिति पर बुरा असर पड़ेगा, पूर्व में नगर पालिका ने यात्री कर से वॉली गई राशि का 30 प्रतिशत राशि सरकार द्वारा गथित स्थायी समिति आबू पर्वत पर्यावरण समिति को दिए जाने का निर्णय लिया था, लेकिन निर्णय के अनुसार वन विभाग द्वारा प्राप्त धन राशी का खर्च कहा कहा किया गया इसका ब्यूरा नगर पालिका को देना होता है |
नगर पालिका ने जो राशी वन विभाग को दी आज तक उसका ब्यूरा वन विभाग ने नगर पालिका को नहीं दिया और नगर पालिका के ऑडिट आप्ति के बावजूद भी वन विभाग ने ये सरकरी खर्च कहा किया यह किसीको आजतक पता नहीं | यह राशि माउंट आबू में सफारी पार्क बनाने व अन्य पांच बिन्दुओ पर कार्य करने हेतु सोपी गयी थी, नगर पालिका आज भी वन विभाग को यह देन को इसी शर्त पर तेयार है की पहले की राशी कहा कहा खर्च की गई, गुण अवगुण के आधर पर उसकी उपयोगिता क्या है बताये जाने पर आगे की राशि देने को तेयार है |
सबसे बड़ी इस बात पर भी रोष है की इस समित्ति को पेसे देने वाले न.पा अध्यक्ष दो गण माननीय व्यक्तियों के नाम समिति में शामिल होने थे वह भी आज तक नहीं है इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा क वह कल ही राजस्थान की मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे एवं वन मंत्री से मिलेंगे और माउंट आबू में यह नाका नहीं लगने दिया जाएगा और आबू की जनता से किसी प्रकार की परेशानी और पर्यटकों के साथ लूट नहीं होने दी जायेगी |
डागा ने राठौर को सोपे इस ज्ञापन की प्रीति वसुंधरा राजे और वन मंत्री के नाम पर भी राठौर को सोंपी