माउंट आबू में इन दिनों फूटपाथ पर बेठ कर अपनी दो वक़्त की रोटी कमाने वाले गरीब व्यापारी एवं नक्की झील व्यापार संग के बीच चल रहा मुद्दा अब गरमाने लगा है |
नक्की की सफाई एवं सुन्दरता को लेकर नक्की व्यापार संग का कहना है की फूटपाथ पर बैठ कर रोज़गार करने वाले नक्की की सुन्दरता को भंग कर रहे है, उनके द्वारा किया गया कचरा पर्यटन के द्रष्टि कोण से आबू के लिये चिंता का विषय है वही दूसरी और हाल ही में फूटपाथ वालो ने इसका जवाब बड़े अनोखे ढंग से दिया था, कुछ दिनों पहले सभी फूटपाथ व्यापारियों ने साथ मिल कर पुरे नक्की झील के सफाई का बेडा उठाया था |
जहा एक और नक्की की सुन्दरता आबू पर्यटन के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण है, वही सालो से फूटपाथ पर बैठ अपना पेट पालने वालो की जान पर बन आई है, अगर उन्हें वहा से हटा दिया गया तो सेकड़ो घर उजड़ जायेंगे |
इसी मुद्दे को लेकर आज नक्की व्यापार संघ ने नक्की बाज़ार बंद रख कर, एस.डी.एम् से फूटपाथ व्यापरियो को हटाने की मांग की है |
पहले भी कही बार फूटपाथ व्यापारियों को हटाने को लेकर काफी कोशिशे की गई है, अबकी बार सत्ता में बेठी भाजपा सरकार इस कशमकश का किस तरह निवारण करती है की जिससे नक्की की सुन्दरता भी बनी रहे और गरीबो का रोज़गार भी न उजड़े, यह देखना का विषय होगा |