माउंट आबू | हाल ही में पारित हुए बजट से कई चीज़े सामने आई है जहाँ कोरोना महामारी से निपटे ने किये लिए मास्क, सेनीटाईज़र आदि में करीब 34 लाख खर्च हुए तो लॉकडाउन में करीब 6 लाख का इधन फुक दिया गया इस खर्च पर जब मौजूदा पार्षद ने ऐतराज़ जताया तो इस पर जांच समिति बिठाई गई है वही नेशनल पार्क से जुड़े सभी खर्चे कुल 1 करोड़ 2 लाख है जो विचारनीय है |
आज नगरपालिका के विभिन्न उद्यानों, नक्की परिक्रमा पथ से लेकर विभिन्न स्थानों पर कार्यरत 53 माली, चौकीदार व श्रमिकों को पालिका की ओर से लंबे समय से वेतन नहीं मिलने से परेशान होकर उन्होंने अपनी समस्या आबू सत्याग्रह समिति के अध्यक्ष सौरव गांगडिय़ा से अवघात कराया । सौरभ गांगडिय़ा, सदस्य देवी लाल बामणिया व मंगल सिंह के नेतृत्व में सोमवार को एक प्रतिनिधि मंडल पालिका आयुक्त रामकिशोर से मिला। प्रतिनिधि मंडल के सदस्य रमेश कुमार जैसवार ने आयुक्त को बताया कि पालिका में ठेकेदार के जरिए अस्थाई कार्य पर लगे 53 लोगों को वेतन नहीं मिलने से उनके समक्ष परिवार के लालन पालन की समस्या उत्पन्न हो गई है।
इस पर आयुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया कि शीघ्र ही ठेकेदार को राशि भुगतान की जाएगी। जिससे वह उन लोगों को वेतन दे सके।
आयुक्त के अनुसार पालिका कार्यालय में कार्मिकों की चल रही भारी कमी की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। कार्मिकों के रिक्त पदों को भरने के लिए सक्षम स्तर पर निवेदन किया जा चुका है। फिर भी शीघ्र ही जरूरतमंद कर्मियों को वेतन भुगतान की हर संभव कोशिश की जाएगी।