पिंडवाडा | हाल ही में संपन्न हुए जिला पंचायत चुनाव में भाजपा ने 5 में 4 तहसील में बहुमत से अपना बोर्ड बनाकर अपने जिला प्रमुख व प्रधान को जिले के ग्राम वासियों के उद्धार की सपथ दिलाई | पंचायत समिति पिंडवाडा से नितिन बंसल पुत्र बाबू लाल बंसल ने वार्ड न. 6 से अपनी दावेदारी पेश की और 2587 मत से चुनाव जित गये वही उनके सामने खड़े हुए कांग्रेस के दावेदार ललित बंसल मात्र 1444 मत ही हासिल कर पाये | पिंडवाडा पंचायत समिति के प्रधान पद के लिए पार्टी ने अपने प्रबल दावेदार नितिन बंसल का नाम पेश किया और नितिन बंसल ने 15 मत से प्रधान पद विजयी किया वही कांग्रेस की सुनीता देवी को मात्र 6 मत हासिल हुए |
पिता बाबू लाल बंसल का 16 वर्ष पुराना सपना पुत्र नितिन बंसल ने किया पूरा
करीब 16 वर्ष पूर्व प्रधान नितिन बंसल के पिता बाबू लाल जी बंसल भी प्रधान पद के चुनाव लड़ चुके है लेकिन क्रॉस वोटिंग के कारण वे प्रधान पद हासिल नहीं कर पाये, हमेशा से सरल स्वाभाव के धनि नितिन बंसल समाज सेवा के लिए सबसे आगे रहते है और कोरोना काल में भी उन्होंने एक भामाषा के रूप दोनों हातो से लोगो की मदद की और जब ग्राम के लोक प्रिय पुरुष नितिन बंसल चुनाव में उतरे तो गाँव वासियों ने खुले दिल से अपना मत देकर उनका स्वागत किया वे बंसल परिवार सहित ग्राम वासियों का 16 वर्ष पश्चात सपना पूरा हुआ |
विजयी जुलुस में उमड़ा जन सैलाब, गाँव वासियों ने लड़ाए लाड
प्रधान पद पर नियुत्क होने के पश्चात सभी ग्राम वासी अपने पसंदीदा प्रधान नितिन बंसल का स्वागत करने को आतुर थे और जब विजयी जुलुस लेकर बंसल गाँव में लोगो का आभार करने पहुंचे तो ग्राम वासी भी पलके बिछाये बाबू लाल जी बंसल की छवि नितिन बंसल के सत्कार के लिए उमड़ पड़े और अपने तरीको से बंसल का खूब आदार सत्कार किया |
ग्राम वासियों की समस्या करंगे हल, हल गाँव वाला प्रधान : नितिन बसंल
एक सफल व सशक्त व्यवसायी के साथ ही बंसल जिले में प्रमुख समाज सेवी के रूप में भी जाने जाते है | प्रधान बनने पर नितिन बंसल के जनता के संबोधन में भी उनका गाँव के प्रति प्रेम दिखा तो वही गाँव वासियों की परेशानियों को जल्द हल करने की चिंता झलकी | बंसल के नेतृत्व में ग्राम वासियों की उम्मीद भी बढ़ गई है और सभी को पूर्ण विशवास है जल्द ही ग्राम वासियों को अपने परेशानियों से निजात मिलेगी |
आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए कठिन
प्रदेश में कांग्रेस की गहलोत सरकार होने के बावजूद वैसे तो जिले की विभिन्न नगर पालिकाओ में अलग अलग पार्टी की सरकार है जैसे की आबूरोड़ में भाजपा तो माउंट आबू, सिरोही में कांग्रेस | लेकिन हाल ही में जिले में भाजपा ने ग्रामीण चुनाव में जो जीत हासिल की है वह जनता की हाल ही की सरकार को एक जवाद भी है की वे मौजूदा सरकार से रुष्ट है और उनकी परेशानिया का हल नहीं हो रहा है ऐसे में आने वाले चुनावे में कांग्रेस के लिए फिर राजस्थान में जितना मुश्किल हो सकता है |