सिरोही. प्रदेश में सीमाएं सील होने के बाद सिरोही में राजस्थान-गुजरात सीमा के समीप मावल चौकी पर पुलिस जाब्ता लगाकर सीमा को सील कर दिया गया है, एकाएक बॉर्डर सील होने से रास्ते में आ रहे लोगों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई, कई लोग इलाज के लिए गुजरात गए थे, उन्हें भी रोका गया |
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने कहा की बिच में दी गई झूट के कारण आने वाले व्यक्तियों को विस्तार से ब्योरा नहीं लिया जा रहा था अब आने जाने की अनुमति के साथ बॉर्डर पर आने वाले व्यक्तियो को विस्तृत जानकारी देनी होगी जैसे की ट्रेवल हिस्ट्री इत्यादि एवं राजस्थान में प्रसश के लिये अब ऑनलाइन पास होना अनिवार्य होगा, मेडिकल इमरजेंसी पर अनुमति पर प्रवेश दिया जायेगा ।
स्थानीय लोगों और इलाज के लिए गुजरात गए लोगों को वापस आते ही रोक दिया गया. इनमें भाजपा के पालिकाध्यक्ष सुरेश सिंदल, पूर्व यूआईटी अध्यक्ष सुरेश कोठारी, भाजपा नेता अरुण कोठारी सहित अन्य लोग बॉर्डर पर पहुंचे और स्थानीय लोग और इलाज के लिए गुजरात गए लोगों को प्रवेश देने की मांग की. इस पर मौके पर मौजूद थानाधिकारी ने समझाइश कर लोगों को प्रवेश दिया |
बॉर्डर सील होने के बाद सीमा पर पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं, मावल के साथ-साथ छापरी, मंडार, जाम्बुडी और भटाना में भी बॉर्डर को सील किया गया है. वहीं बॉर्डर सील होने में बाद कई लोग फंसे रहे. सीमा सील की कार्रवाई के दौरान एएसपी हर्ष रतनू, पुलिस उपाधीक्षक प्रवीण कुमार, रीको थानाधिकारी राण सिंह पहुंचे. पुलिस जाब्ता लगाकर प्रदेश में आने वाले वाहनों को रोका गया.गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते केसों के मद्देनजर राज्य सरकार ने प्रदेश की सीमाएं ‘सील’ करने के आदेश जारी किए थे, लेकिन आदेश जारी होने के बाद ही गहलोत सरकार ने तुरंत ही अपने आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए ‘नियंत्रित’ कर दिया. महानिदेशक कानून-व्यवस्था एमएल लाठर की ओर से जारी संशोधित आदेश प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को भेजा गया है और सख्ती से इसकी पालना के लिए कहा गया है |