भाखर सहित ग्रामीण क्षेत्रो मे पहुंचाई राहत सामग्री
आबूरोड। पिछले कई दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण आबूरोड निचलागढ का सम्पर्क कट जाने के कारण निचलागढ, उपलागढ़, सूरपगला, जाम्बूडी में हजारों की तादाद में आदिवासियों के फंसे होने की खबरे जिला प्रशासन को मिल रही थी लेकिन बरसात के चलते नदियों का पानी उफान पर होने के कारण वहां तक नही पहुंचा जा रहा था।
शुक्रवार की देर शाम को जिला प्रशासन व आदर्श चेरिट्रेबल ट्रस्ट के अलावा ब्रहमाकुमारी संस्थान द्वारा एसडीआएफ के जवानो के साथ ऊफनती रपटा व नालो को जान जोखिम मे डालकर ग्रामीणो को राहम सामग्री उपलब्ध कराई गई राहत सामग्री के काफीले के साथ तहसीलदार मनसुखराम डामोर, पालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल की अगुवाई में फाउंडेशन के पदाधिकारी व कार्यकर्ता गुजरात के अम्बाजी शहर में होते हुए जाम्बुडी, दानबोर होकर निचलागढ पहुंचे। प्रशासन को अपने बीच देखकर लोग काफी खुश नजर आये। पिछले कई दिनों से निचलागढ के गांव में फंसे ग्रामीणो ने तहसीलदार को बताया कि उनके पास खानपान की सामग्री पर्याप्त है लेकिन आवागमन के संसाधन उनके पास उपलब्ध नही है इस पर तहसीलदार मनसुखराम डामोर ने आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक व्यक्ति को आवागमन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इस अवसर पर आदर्श चेरिट्रेबल द्वारा उपलब्ध कराए गए आटा, दाल, मिर्च, मसाले, तेल, अचार इत्यादि के पैकेट निचलागढ पुलिस चौकी में रखवाकर हलका पटवारी, राजस्व निरीक्षक व ग्राम सेवक को पाबंद किया कि वे प्रत्येक फली में व्यक्तिश: घुमकर ऐसे लोगो को चिंहित करे जिन्हें बरसात से नुकसान हुआ है एवं उनके पास खाने पीने का अभाव है उन्हें तत्काल राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाए ताकि विपदा की इस घडी में कोई भी परिवार भूखा न सोए। इस अवसर पर एसडीआरएफ की टीम, पुलिस के जवान, आदर्श फाउंडेशन के लोकेश खण्डेलवाल, सलीम खान, मोहित शर्मा, लईक अहमद, विजय गोठवाल, दिपेश मरडिया, इमरान खान सहित अन्य लोग मौजूद थे।
एसडीआएफ ने बताया रास्ता – निचलागढ पहुंचने के लिए बत्तीसा नदी में मिलने वाली उसकी सहायक नदियों को उफान पर देखकर राहत सामग्री लेे जाने वाले वाहनों को नाले में उतारने से पहले एसडीआरएफ की टीम को पैदल नीचे उतारकर निरीक्षण करवाया उसके बाद एक के बाद एक वाहनों को नदी नालो में से निकालकर निचलागढ तक खाद्य सामग्री की खेप पहुंचायी।