रॉयल राजस्थान स्कूल का वार्षिकोत्सव समपन्न
आबूरोड। रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतिया विधार्थीयो ने कि पेश। स्कूल के वार्षिकोत्सव पर आधुनिक शिक्षा व ज्ञान वर्धक शिक्षा पर दिया जोर। नाटक के माध्यम से स्वच्छ भारत व बालिका भू्रण हत्या रोकने का किया आग्रह। देर साम तक चला प्रोग्राम। अभिभावको ने खूब सराह।
शिक्षा ही जीवन को जीने का सलीका सिखलाती है- आई.जी चौहान
रॉयल राजस्थान स्कूल के वार्षिकोत्सव ब्रीज 5 के आयोजन पर मुख्य अतिथी आई.जी.सीआरपीएफ माउन्ट आबू बी.एस.चौहान ने सम्बोधित करते
हुए कहा कि आज शिक्षा बहुत जरूरी है,वो भी आधुनिक आज अंग्रेजी का बहुत महत्व बढ गया है। शिक्षा ही जीवन को जीने का सलीखा सिखलाती है। आज इस युग मे कम्पीटीशन बहुत ही बढ गया है।
मैने इस स्कूल के कार्यक्रम व इसकी शिक्षा पद्ति के बारे मे जानकरी ली बहुत ही अच्छा लगा कि यह स्कूल बच्चो को प्रारंभिक स्तर से ही मजबूत बना रही है। हमारे समय मे आबूरोड क्षैत्र मे अंग्रजी स्कूल नही हुआ करते थे लेकिन आज जैसे जैेसे वक्त बदला यहां पर सभी तरह के स्कूल कोलेज हो गए है। मैने देखा हे कि हम एक आदिवासी क्षैत्र मे रहते है जहां पर आज भी बालिका शिक्षा को महत्व नही दिया जा रहा है। मै आप सभी से अग्राह करूंगा कि आप अपने क्षैत्र मे लोगो को जागरूक करे कि बालिकाओ को शिक्षा दिलाओ व आगे चल कर दो परिवारो को शिक्षीत बनाएंगी।
कार्यक्रम के अध्यक्ष संस्था के चेयरमेन दीपक पाठक ने बच्चो द्वारा पेश सांस्कूृतिक प्रोग्राम को बहुत कि बढीया व सामाजिक स्तर का बताया उन्होने कहा कि आज शिक्षा दिलाना कठिन नही है बस जरूरत है हमे आगे बढने कि आज पूरा विश्व विकसीत हो रहा है हम सिर्फ शिक्षा के क्षैत्र मे पिछे है अगर भारत का हर नागरिक अपना कर्तत्वय समझा कर अपने बच्चो को शिक्षा दिलाये तो वो दिन दूर नही जब हम इस पूरे विश्व मे सबसे आगे होगे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथीयो द्वारा मां सरस्वती के सामने द्वीप प्रज्वलित कर किया। उसके बाद संस्था के अध्यक्ष दीपक पाठक ने सभी अतिथीयो का पुष्प गुच्छ देकर सम्मान किया।
कार्यक्रम मे कक्षा पांचवी के विघार्थीयो ने सरस्वती वंदना पेश करी। कक्षा चौथी व तीसरी के विधार्थियो द्वारा हास्या रस नृत्य पेश किया गया। हॉस्टल के विधार्थीयो द्वारा बालिका भू्रण हत्या व स्वच्छ भारत अभियान पर नाटक प्रस्तुत किया गया, भारत देश कि एकता के रूप मे स्कूल के कक्षा नर्सरी से छठी तक के विधार्थीयो ने कोमी एकता के तहत सभी धर्म के अच्छाईयां सहित स्वतंत्रतादिवस को नृत्य के माध्यम से पेश किया। इस विभिन्नता मे एकता प्रोग्राम को सभी ने खुब वावाही बटोरी। स्कूल के स्टाफ व बच्चो द्वारा स्कूल सांग प्रस्तुत किया गया। विधार्थीयो द्वारा ढोलक, तबला, कोगों, डम्र, हारमुनियम, केसियो द्वारा विभिन्न प्रकार का संगीत बजाया गया।
विधार्थीयो द्वारा कराटे कि विभिन्न कलाकृति पेश कि गई। नर्सरी के बच्चो द्वारा विभिन्न प्रकार की योगाओ को प्रस्तुत किया गया। सकूल प्रबंधन द्वारा साल भर मे प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहे विधार्थीयो को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य डाली पॉल द्वारा स्कूल का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। संस्था के निर्देशक राकेश व्यास द्वारा सभी का धन्यवाद अर्पित किया गया। देर रात्री तक चले इस सांस्कृतिक प्रोग्राम को राष्ट्रयगान गाकर समपन्न किया गया। इस मौके पर स्कूल को आकर्षक रोशन से सजाया गया।