गुरू ही नन्हे बच्चो को सही रूप में ढालते है- पुष्पेन्द्र सिंह राणावत
आबूरोड। गिली मिट्टी को हम जिस रूप में ढालते हे वो वेसी आकृति बन जाति है ऐसे ही नन्हे बच्चे को शिक्षक जिस रूप मे ढालते हे वो वेसा ही बनता है। शिक्षक भगवान का रूप होते है। सेंट जोंस स्कूल के वार्षिकोत्सव ’उड़ान 2016’ पर मुख्य अतिथि राजस्थान के ऊर्जा मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह राणावत ने अपने संबोधन मे कहे। विद्यार्थीयो द्वारा देश भक्ति, भारतीय सांस्कृति व कन्या भु्रण जेसी कुप्रथा को अपने नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया।
सेंट जॉन्स स्कूल के वार्षिकोत्सव ’उड़ान 2016’ बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ संपन्न हुआ । कार्यक्रम का शुभारंभ राजस्थान के ऊर्जा मंत्री मुख्य अतिथि पुष्पेन्द्र सिंह राणावत, अतिथी सी. आर. पी. एफ. माउण्ट आबू के आई. जी. बी. एस. चौहान व आदर्श कॉ-ऑपरेटिव बैंक के मेनेजिंग डायरेक्टर मुकेश मोदी, विद्यालय निदेशक के. ए. श्याम कुमार व प्राचार्या उमा श्याम ने श्री गणेश जी व माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया ।
विद्यालय की हेड गर्ल सान्द्रा मैथ्यू ने मुख्य अतिथि का भाव-भरे शब्द-सुमनों से तथा विद्यालय केे छात्रों ने अन्य अतिथियों का बड़े ही श्रद्धा व प्रेम से अभिनन्दन गीत की प्रस्तुति देकर सभी का स्वागत किया। भारतीय संस्कृति को साकार करने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम का दोर चला जिसमें नमन डांस गणेशा के साथ विविधता में एकता, देशभक्ति, प्रेमरस, रंगो की महता, बेटी बचाओ, कन्या भु्रण हत्या रोकने जेसी कुप्रथा सहित विभिन्न राज्यों की संस्कृति से ओत-प्रोत विद्यालय के नन्हें-मुन्नें छात्रों ने नृत्य-गीत आदि प्रस्तुतिया दी, एल. के. जी. के नन्हें -मुन्नें बच्चों ने प्रस्तुत किया मस्ती के रंगों में डूबा नृत्य ’सुपर स्पार्किलस’, कक्षा एच. के. जी. के छात्रों का ’रूह पंजाब दी’ नृत्य गिद्धा तथा कार्यक्रम के अन्य प्रमुख आकर्शक प्रस्तुतियां थी यथा कृष्णा की रास-लीला नृत्य, पुराने रीमिक्स फिल्मी गीत नृत्य ….., वॉकी-टॉकी मोबाइल मेनिया हास्य अभिनय, देश-प्रेम से भरा नृत्य रंग दे बंसती….., वर्निंग ब्लू, रंग-तरंग, बेटी बचाओ व नारी शक्ति पर आधारित नृत्य प्रस्तुति, विद्यालय के नवोदित कलाकारों की टोली ’सिम्फनी आर्केस्ट्रल ग्रप’ ने विभिन्न वाद्ययंत्रों पर अपनी कुशलता का परिचय दिया जिससे सभी अभिभावक मंत्रमुग्ध हो गए तथा रक्त चरित्र जैसी प्रस्तुतियॉं विशेष रही जिसमें भारतीय परिवेश के भिन्न-भिन्न लोक संस्कृति के नृत्य – गीतों की प्रस्तुतियॉं देकर वैश्विक-एकता का संदेश दिया । संस्थान के निदेशक श्यामकुमार ने सभा को संबोधित करते हुए विद्यालय की शैक्षणिक-सहशैक्षणिक गतिविधियों, विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं तथा विभिन्न प्रकार की उपलब्धियों और भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला ।
प्राचार्या उमाश्याम ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विद्यालय के अकामदी सत्र 2015-16 की सफल यात्रा का विहंगम अवलोकन कराया, उन्होंने कहा कि हमारी एवम हमारे विद्यालय परिवार की कड़ी मेहनत व समर्पण की साधना ने ही विद्यालय को बुलंदियों पर पहँुचाया है। इस क्षेत्र की जनता व अभिभावकों के विश्वास व सहयोग का इसमें बहुत बड़ा हाथ है। स्कूल मे सर्वश्रेष्ठ छात्र-छात्राओ को पुरस्कार प्रदान किये गये। वार्षिकोत्सव का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। देर सांय तक चले वार्षिकोत्सव सांस्कृतिक संध्या को सभी ने सराहा। कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षको व बच्चो द्वारा व्यवस्थाओ को संभाला गया।
’कमलीला’ छात्रवृति प्रदान की
विद्यालय ने अपनी परम्परानुसार गत वर्षो के बोर्ड परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले दसवीं व बारहवीं कक्षा के 18 छात्र-छात्राओं को 5000/- रूपये प्रतिछात्र को ’कमलीला’ छात्रवृति प्रदान की गई ।