अब सेंट जॉन्स स्कूल के विध्यार्तियो को घर बेठे मिलेगा क्लास में बेठ कर पढने का अनुभव, ऑग्मेंटेड रियलिटी के माध्यम से से मिलेगा पाठ्यक्रम का 3D अनुभव |
सेंट जॉन्स स्कूल की प्राचार्या उमाश्याम जी के अनुसार इस कोरोना महामारी के काल में एक ओर जहाँ सभी विद्यालय व शिक्षण संस्थान बंद पड़े हैं तो वहीं शिक्षकों व विद्यालयों के समक्ष छात्रों को पढ़ाना एक चुनौती बन गई है। इस समस्या के निदान स्वरूप अनेक विद्यालयों ने ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया मगर इनमें भी छात्रों की रुचि समय के साथ कम होती जा रही है। इस समस्या के निराकरण हेतु विद्यालयों द्वारा अनेक प्रकार की तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है ताकि छात्र अध्ययन में रुचि लें इसी क्रम में आबूरोड के सेंट जॉन्स स्कूल ने पूरे राजस्थान में सर्वप्रथम अपनी ऑनलाइन कक्षाओं में संवर्धन वास्तविकता (ऑग्मेंटेड रियलिटी) पद्धति को अपनाया है जो एक और मील का पत्थर साबित होगी, जिससे कि चलचित्रों के माध्यम से अध्ययन सामग्री को सरल व रोचक तरीके से पढ़ाया जा सकेगा।
ऑग्मेंटेड रियलिटी (एआर) पद्धति से शिक्षक किसी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से अद्भुत सामग्री को स्ट्रीम कर सकता है जो स्क्रीन शेयरिंग का समर्थन करता है, संवर्धित वस्तुओं के साथ बातचीत करते हुए अद्वितीय वीडियो रिकॉर्ड करता है। एआर डिजिटल ग्राफिकल कंटेंट जोड़ता है जिससे 3डी कंटेंट ऐसा दिखता है, जैसे कि यह आसपास की वास्तविक दुनिया का हिस्सा हो। शिक्षक अपने आसपास की दुनिया को सिखाने के लिए फोटो, वीडियो, टेक्स्ट, एनिमेशन और इंटरैक्टिव 3डी ऑब्जेक्ट जैसी चीजों से वैयक्तिकृत कर सकते हैं। शिक्षक अब प्राकृतिक दुनिया के अजूबों को कक्षा में ला सकते हैं। उदाहरण के लिए शिक्षक अपने हाथों में एआर द्वारा डिजाइन किए गए त्रि-आयामी दिल को पकड़ सकते हैं और छात्रों को दिल की विशेषताओं को सिखाने के लिए इसे घुमा सकते हैं।
विद्यालय की प्रधानाचार्या उमाश्याम ने बताया कि इस पद्धति के माध्यम से विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान सहित अनेक विषयों को त्रिआयामी व चतुरआयामी चित्रों के द्वारा अध्ययन सामग्री को छात्रों के लिए बहुत मनोरंजक, प्रभावी, रोचक व सजीव बनाकर प्रस्तुत किया जा सकेगा जिससे कि छात्रों की रुचि अध्धयन में जाग्रत होगी, इस तकनीक का प्रयोग ऑनलाइन कक्षाओं में किया जा रहा है। एआर न केवल रुचि बढ़ाएगा, षिक्षा को रोचक बनाएगा, कठिन अवधारणा को आसान तरीके से समझने में मदद करता है और छात्रों की बुद्धि को बहुत उच्च स्तर तक विकसित करेगा।