हर किसीको को मुकम्मल जहां नहीं मिलता लेकिन कोशिश करने वालो कभी हार भी नहीं होती, यह कहानी है अरावल्ली श्रंखलाओ में स्तीथ माउंट आबू के छोटे से गाँव टुमना (गोराछपरा) में रहने वाले 25 वर्षीय राजू की है, इस नो जवान को इश्वर ने मूर्ति बनाने के कला से नवाज़ा है, जिस वह दिन प्रतिदिन निखारने से बाज़ नहीं आता, राजू ने अभी तक अनेको मुर्तिया बनाकर लोगो को आश्चर्यचकित किया है जिसमे शंकर भगवान, जीसस क्राइस्ट, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, एना हजारे, बाबा लेखराज, दादी प्रकाशमणि, आदि मुर्तिया शामिल है |
अपने परिवार के भरण पोषण के लिए कडी महनत करके राजू दिन का कुछ समय अपनी कला को परवान देने की कोशिश को देना नहीं भूलते | बचपन से राजू का रुझान मूर्ति बनाने की कला में था शायद इसलिये व केवल 3 दिन की पढाई से ज्यादा नहीं कर पाये, लेकिन राजू हिसाब किताब करने में सक्षम है, उन्हें गिनती, अल्फाबेट्स, बह्राख्डी लेखिक व् मोखिक दोनों रूप में याद है, और वह कभी कभी अंग्रेजी भी बोल लेते है |
आबू टाइम्स वेबसाइट के माध्यम से राजू की सरकार से मांग
राजू का मान्नना है की उसकी दुकान अगर किसी पर्यटन स्थल पर हो तो वह ज्यादा लोगो को अपनी कला की तरफ आकर्षित कर पायेगा, एवं उसकी कला की वजह से भी लोग आबू को पहचानेंगे |
विडियो में देखे राजू की कहानी उसी की जुबानी
राजू से संपर्क कर आप भी अपनी होटल, घर व बगीचे के लिए बनवा सकते है सस्ती, खुबसुरत एवं पर्यावरण हितेषी मुर्तिया
राजू, +91 8696 220052