आबू | हाल ही में जीले में हुई नगर पालिका में सफाई कर्मचारियों की भर्ती में सबसे ज्यादा 51 भरतीया माउंट आबू में हुई, शनिवार 14 जुलाई को नगर पालिका चैयरमण ने सभी चयनित कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र बाटे और कुछ ऐसा ही आबूरोड में हुआ लेकिन जिन आवेदन कर्ताओ को नौकरी नहीं मिली उनका यह कहना था की चयन प्रक्रिया में धांधली की गयी है और इसका आरोप उन्होंने नगर पालिका चेयरमैन व अन्य चयन कार्यकर्ताओ पर लगाया |
नियुक्ति पत्र बाटते न.पा चेयरमैन सुरेश थिंगर
इसी विष्य में वाल्मीकि समाज की नाराज़गी धरने व विरोध प्रदर्शन में बदल गयी, और आबूरोड व माउंट आबू में वाल्मीकि समाज का सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन झलक आया | आबुरोड में वाल्मीकि समाज के नेता सुनील राज की ओर से सफाई कर्मचारी भर्ती से संबंधित आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारियां उपलब्ध नहीं करवाने पर रोष व्यक्त किया गया। कचरा फेंकने की लोरी में सीएम, सफाई आयोग के अध्यक्ष गोपाल पचेरवाल, उपाध्यक्ष चंद्र प्रकाश टायसन, पालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल का पुतला रखकर शहर के मुख्य मार्गों से रैली निकाली |
वही माउंट आबू में वाल्मीकि समाज के लोगो ने उच्च स्तरीय जांच के लिए एस.डी.एम निशांत जैन को ज्ञापन सौपा व नगर पालिका के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया व भूख हड़ताल की बात की |
माउंट आबू में वाल्मीकि समाज का प्रदर्शन
आबुरोड में वाल्मीकि समाज का समर्थन तीसरे दिन शिवसेना और कांग्रेस ने भी दिया, धरना प्रदर्शन पांचवे दिन (आज) भी निरंतर रहा और जब पालिका अध्यक्ष धरना प्रदर्शन तोड़ने मौके पर पहुंचे तो वालिमीकी समाज अपने मांग को लेकर डटे रहे व उच्च स्तरीय जांच न होने तक धरने पर रहने की बात कही |