सिरोही, 30 जुलाई। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने अधिकारियों से कहा कि प्रशासन में जनप्रतिनिधियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए अधिकारियों को उन्हें पूरा सम्मान देना चाहिए। जनप्रतिनिधियों के फोन नहीं उठाने और उनके साथ समन्वय में लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी किसी कारणवश जनप्रतिनिधि का फोन नहीं उठा पाते हैं, तो बाद में शिष्टाचार के नाते वापस फोन किया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जनप्रतिनिधियों के साथ निरन्तर संवाद रखें और उनके निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें।
श्रीमती राजे शनिवार को सिरोही में आपका जिला आपकी सरकार कार्यक्रम के तीसरे दिन जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रही थीं। बैठक से पहले कई स्थानों पर औचक निरीक्षण के दौरान स्कूलों में सामने आई लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर सहित शिक्षा विभाग एवं अन्य विभागों के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि स्कूलों में पढ़ाई का अच्छा माहौल रहे। इसके लिए उन्हें नियमित दौरे करने होंगे।
मुख्यमंत्राी ने राज्य के विकास को नए आयाम देने के लिए अधिकारियों को शिक्षा के स्तर, गुणवत्ता और साक्षरता की दर में वृद्धि पर फोकस करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सिरोही जिले में महिला साक्षरता की दर 37 प्रतिशत होने पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि लोग, खासकर महिलाएं, साक्षर नहीं होंगी, तो कोई भी विकास योजना सफल नहीं होगी।
श्रीमती राजे ने जिला कलक्टर श्री लक्ष्मी नारायण मीणा द्वारा दिये गये प्रस्तुतीकरण के दौरान जिले में पेयजल आपूर्ति तथा पेयजल टंकियों की साफ-सफाई की स्थिति पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पेयजल की शुद्धता और आपूर्ति के सभी मानदंडांे का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। उन्होंने पेयजल टैंकर माफिया कोे बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि हमें इसे खत्म करना होगा। उन्होंने स्थानीय पेयजल योजनाओं में जनभागीदारी बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि उससे प्रति वर्ष टैंकर आपूर्ति में कमी आ सकेगी। उन्होंने कुओं के प्रबंधन के लिए स्थानीय विकास समितियां बनाकर पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने का सुझाव दिया।
मुख्यमंत्राी ने बीपीएल सूचियांे और ई-मित्रा केन्द्रों आदि के लिए पात्रा लोगों के चयन, सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यों में गुणवत्ता, नए आरओ प्लांट तथा सौर ऊर्जा संयंत्रों के अधिकाधिक उपयोग पर भी जोर दिया। उन्होेंने विद्युत आपूर्ति में ट्रिपिंग समस्या के समाधान के लिए विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से जनसमस्याओं के प्रति सजग रहने को कहा।
मुख्यमंत्राी ने जन सुनवाई में जिला अधिकारियों द्वारा सुनी गई शिकायतों की संख्या अत्यधिक कम होने पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं और समाधानकर्ताओं दोनों को ही अपना-अपना पक्ष मौके पर जाकर फोटोग्राफ और सैम्पल आदि के सुबूत पोर्टल के माध्यम से सरकार के सामने रखने चाहिए, ताकि सही स्थिति का आकलन कर उचित कार्यवाही की जा सके। उन्होेंने कहा कि सरकार जन लाभकारी योजनाओं को लागू करने और समस्याओं के निराकरण के कार्य में लापरवाही के प्रति बहुत गंभीर है और ऐसा करके जनता को परेशान करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ नौकरी से हटाने तक की कार्यवाही की जाएगी।
श्रीमती राजे ने अधिकारियों द्वारा किये गये अभिनव प्रयासों को पोर्टल पर अपडेट कर दूसरों के साथ साझा करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बजट घोषणाओं और सुराज संकल्प घोषणाओं की समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने राजश्री योजना, भामाशाह कार्ड वितरण, कौशल विकास, अन्नपूर्णा भंडार, नरेगा, वन-धन आदि योजनाओं का आमजन के बीच और अधिक प्रचार कर उन्हें लाभान्वित करने पर बल दिया।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि सिरोही जिले में जैव विविधता का अद्वितीय भंडार है। उन्होंने इसे सहेजने के लिए स्थानीय पारिस्थितिकी के अनुरूप अधिक से अधिक पौधारोपण करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले में कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्राण पर पुलिस अधीक्षक श्री संदीप सिंह चैहान द्वारा दिये गये प्रस्तुतीकरण पर संतोष जाहिर किया।
श्रीमती राजे ने कहा कि जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी अपने दौरों और मीटिंग के दिन तय करें, ताकि सप्ताह में कम से कम दो दिन आवश्यक रूप से अपने कार्यालय में उपस्थित रह सकें। उन्होंने कहा कि इससे अपनी समस्या लेकर आने वाले लोगों को परेशानी नहीं होगी। मुख्यमंत्राी ने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए कि फील्ड में दौरे और मीटिंग में व्यस्तता के कारण अधिकारी कार्यालय में लोगों को समय ही न दे पायें।
बैठक में जिला प्रभारी एवं चिकित्सा मंत्राी श्री राजेन्द्र राठौड़, देवस्थान एवं गो-पालन राज्यमंत्राी श्री ओटाराम देवासी, सांसद श्री देवजी पटेल, विधायक श्री जगसीराम कोली, श्री समाराम गरासिया, जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया, अन्य जनप्रतिनिधि, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राकेश वर्मा, प्रमुख शासन सचिव मुकेश शर्मा, महिला बाल विकास एवं जिला प्रभारी सचिव श्री कुलदीप रांका, संभागीय आयुक्त रतन लाहोटी, पुलिस महानिरीक्षक श्री गिरधारी लाल शर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी तथा पुलिस अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्राी ने बैठक के बाद अपनी बेटी योजना की लाभार्थी सुश्री सविता गरासिया से बातचीत की। उन्होंने सुश्री गरासिया से उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।