जब सरकारी अस्पताल में ही मानव तस्करी के तहत नवजात बच्चों का सौदा होने लगे तो इसे आप क्या कहेंगे। आबू रोड में एक गायनालाजिस्ट डॉक्टर कुसुम लता पर नवजात बच्चे को बेचने का आरोप लगा है। दरअसल एक अविवाहित महिला को आबू रोड के सरकारी अस्पताल में 6 मार्च 2014 को अपरिपक्व बच्चा हुआ। डॉक्टर ने धमकाकर उस बच्चे को उसने अपने कब्जे में किया और उसे एक तलाकशुदा महिला को बेच दिया।
मानव तस्करी का यह आरोप यहां की गायनालाजिस्ट डाक्टर कुसुम लता पर लगा है। आबू रोड के सरकारी अस्पताल में 6 मार्च 2014 को 17 साल की अविवाहित लड़की ने अपरिपक्व बच्चे को जन्म दिया। अस्पताल की डाक्टर कुसुम लता ने पहले ही बच्चे के बेचने की बात कर रखी थी। कुसुम ने लड़की को बदनामी का डर दिखाया और उससे बच्चा ले लिया और बच्चे को छोड़कर जाने को कहा। समय से पहले हुए इस अपरिपक्व बच्चे का वजन 1 किलो 400 ग्राम था जो किसी भी स्वस्थ बच्चे की निशानी नहीं होती।